भाजपा क्यों बेचैन है कर्नाटक को हथियाने में
1 min read
क़ायम साबरी
कर्नाटक: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार फिर गहरे संकट में है. विधानसभा के बजट सत्र में व्हिप जारी होने के बावजूद कांग्रेस के 9 विधायक हाज़िर नहीं हुए. ये 9 बाग़ी कांग्रेसी विधायक वही हैं जो शुरू से भाजपा के संपर्क में बने रहे है. अगले दो दिन में बजट पेश होना है और इसमें ही यह साफ़ हो जाएगा कि कुमारस्वामी स्वामी सरकार बचेगी या गिर जाएगी.
ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा बजट पेश होने नहीं देगी और उसका दावा ये होगा कि कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में है और उसने बजट पेश करने का अधिकार खो दिया है. कांग्रेस और जेडीएस को यह डर सताने लगा है कि वो अपनी सरकार को कैसे बचाए. सूत्रों कि माने तो भाजपा ने कांग्रेस के 9 विधायकों को अपनी ओर कर लिया है. दो निर्दलीय विधायक पहले ही भाजपा के साथ है. जबकि वो पहले कॉग्रेस-जेडीएस के साथ थे. इन दोनों निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से समर्थन वापसी की चिट्ठी राज्यपाल को पहले ही सौंप दी है.
कांग्रेसी के 9 बाग़ी विधायक आज भी सत्र में नहीं आते हैं तो यह लगभग तय हो जाएगा कि वे भाजपा के साथ चले गये हैं. ऐसी स्थिति भाजपा बजट पेश होने नहीं देगी. अल्पमत सरकार का दावा पेश कर के भाजपा वोटिंग की डिमांड करेगी. जहाँ ये 9 बागी विधायक सरकार के ख़िलाफ़ वोट करेंगे. अगर ऐसा होता है तो सरकार का गिरना तय है.
आँकड़ों पर नज़र डालें तो 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में कुमारस्वामी सरकार को 118 सदस्यों का समर्थन हासिल है, जिसमे कांग्रेस को 80, जेडीएस से ३७ विधायक शामिल हैं. वही भाजपा के पास 104 विधायक हैं और दो निर्दलीये विधायक का भी समर्थन प्राप्त है. सरकार गिराने के लिए सत्ताधारी पक्ष से मात्र 7 विधायकों को तोड़ना होगा. और सरकार गिर जायेगी. मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो भाजपा की ‘ऑपरेशन लोटस’ को कामयाबी मिलती नज़र आ रही है.
बहरहाल भाजपा आला कमान कर्नाटक विधानसभा पर इतनी जद्दो जिहद से क्यों लगी है? गौर करने वाली बात है. इसका कारण है, अगर कांग्रेस और जेडीएस सरकार बरक़रार रह गयी तो वो लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेगी. ऐसे में भाजपा को काफी बड़ा नुक़सान होगा क्योंकि मुक़ाबला सीधे कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन और भाजपा के बीच होगा. अगर चुनाव से पहले सरकार गिर गयी और गठबंधन टूट गया तब कांग्रेस, जेडीएस और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुक़ाबला होगा और इस मुक़ाबले में भाजपा को ज्यादा फ़ायदा होगा.