प्राथमिक शालाओ में बच्चो से धुलवाए जाते है खाने के बर्तन
1 min readसतना – केंद्र से लेकर सरकार तक बच्चो के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है और काम भी चल रहा है छोटे बच्चो के लिए स्कूलों में खाने की व्यवस्था भी की गई है और वर्तन धुलवाने के लिए स्कूलों में महिलाएं भी रखी गई है पर आज भी कई स्कूलों में बच्चे खुद ही अपनी थाली धोते नजर आते है और स्कूलों के मास्टर देखते हुए भी कुछ नहीं करते ,वही स्कूलों में बच्चो के लिए खाना बनाने वाले समूह अपनी मनमर्जी चलाते नजर आते है बच्चो को ना तो पेट भर खाना मिलता है और ना ही मीनू के आधार पर खाना बनता है और खाना बनाने वाले समूह बच्चो का खाना खुद खाकर अपना पेट भर रहे है और प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है इन समूहों पर ना राज्य सरकार और ना जिला प्रशासन कोई भी कारवाही करता है आखिर क्यों,,?
अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०