रोजगार परक प्रशिक्षण ग्रामोदय विश्वविद्यालय में होगा।
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चित्रकूट – भारत सरकार की राष्ट्रीय अनुसूचितजाति अनुसूचितजनजाति हब योजना के अंतर्गत अनुसूचितजाति अनुसूचितजनजाति के उम्मीदवारों के लिए ऑफ़ लाइन छमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करने के महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के प्रस्ताव को राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड ने 70 लाख की परियोजना स्वीकृति प्रदान की है। इस विशेष उपलब्धि को हासिल करने के लिए कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने इंजी राजेश सिन्हा सहित उनकी पूरी टीम को बधाई दी है।
इस आशय की जानकारी दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के प्राचार्य इंजी राजेश सिन्हा ने दी है।
भारत सरकार के द्वारा कमजोर वर्ग के कल्याण के लिए संचालित राष्ट्रीय अनुसूचितजाति अनुसूचित जनजाति हब योजना के अंतर्गत रोजगार परक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिससे अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों की छमता में बृद्धि हो सके।
इंजी सिन्हा के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए प्राप्त स्वीकृति के अनुसार 300 उम्मीदवारों के लिए विभिन्न रोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा, जिसमें मशरूम उत्पादन, नर्सरी, जैम, जैली कैचप निर्माण, स्क्वैश निर्माण, अचार निर्माण, फलों के गुदे का संस्करण, रिटेल सेल्स एसोसिएट आदि का प्रशिक्षण शामिल हैं।उम्मीदवारो का चयन भारत सरकार के दिशा निर्देश के अधीन होगा।इन वर्गों के उद्यमी एवं संभावित उद्द्यमियो का प्रशिक्षण आवासीय और गैर आवासीय दोनों प्रकृति के होंगे।अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों का प्रशिक्षण निःशुल्क होगा।
ग्रामोदय विश्वविद्यालय को मिली इस बड़ी सौगात को लेकर विश्वविद्यालय परिवार में प्रसन्नता है। अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आंजनेय पांडेय, अधिष्ठाता कृषि संकाय प्रो डी पी राय , खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष इंजी अश्विनी दुग्गल सहित विश्वविद्यालय के शिक्षको एवं कर्मचारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०