जगदीप धनखड़ होंगे NDA के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार
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नई दिल्ली – बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में शनिवार शाम उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर चर्चा हुई, जिसके बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा की. पीएम मोदी ने किसान पुत्र बताते हुए राज्यपाल धनखड़ को बधाई दी।
बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में शनिवार शाम उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर चर्चा हुई. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा की. इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए. दोपहर में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. वहीं इससे पहले धनखड़ ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया,” किसान पुत्र जगदीप धनखड़ अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं. वह संविधान के जानकार हैं. उन्हें विधायिका के कार्यों का पूरा ज्ञान है. वह राज्यपाल हैं. उन्होंने हमेशा किसानों, युवाओं, महिलाओं और वंचितों की भलाई के लिए काम किया है. खुशी है कि वह हमारे उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं. मुझे विश्वास है कि वह राज्यसभा के सभापति के तौर पर देश को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सदन की कार्यवाही का मार्गदर्शन करेंगे.”
नायडू का हास्य याद किया जाएगा: जयराम रमेश
एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के लिए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि वेंकैया नायडू के हास्य और हाजिरजवाबी को याद किया जाएगा. कई मौकों पर उन्होंने विपक्ष को बहुत उत्तेजित लेकिन इन सब के बाद भी वह एक अच्छा शख्स हैं. वह भले ही वह रिटायर हो रहे हों, लेकिन मुझे पता है कि वह कभी टायर्ड नहीं होंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए इच्छुक उम्मीदवार 19 जुलाई तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं. नामांकन पत्रों की जांच 20 जुलाई को होगी. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र 22 जुलाई तक वापस ले सकेंगे. देश का अगला उपराष्ट्रपति चुनने के लिए 6 अगस्त को वोटिंग होगी.
उपराष्ट्रपति चुनने के लिए 6 अगस्त को दिन में 10 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे. मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसी दिन वोटों की गिनती भी हो जाएगी और चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे. अगर सत्ता पक्ष और विपक्षी दल, दोनों ही खेमे उपराष्ट्रपति पद के लिए किसी एक उम्मीदवार के नाम पर सहमत हो जाते हैं और आम सहमति बन जाती है तो मतदान की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ऐसे में उपराष्ट्रपति का आम सहमति से निर्विरोध निर्वाचन भी हो सकता है. हालांकि, इसके आसार कम ही नजर आ रहे हैं. गौरतलब है कि देश के वर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है. वेंकैया नायडू का कार्यकाल पूरा होने से चार दिन पहले ही ये साफ हो जाएगा कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा।
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश