हिमाचल में बढ़ा CYBER CRIME का खतरा, हर 24 घंटे में 9 मामले
1 min readहिमाचल प्रदेश में साइबर क्राइम लगातार बढ़ता ही जा रहा है इसकी रफ्तार दोगुनी और तरीके भी बदलते जा रहे हैं. आलम ये है कि ऑनलाइन बैठे ठग हर 24 घंटे के भीतर 9 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर सेल में इस साल अब तक कुल 2815 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिसमें 20 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की गई है। पुलिस मुख्यालय स्थित साइबर थाना की टीम ने कड़ी मेहनत के बाद 11 लाख 2 हजार 51 रुपये की रिकवरी कर पीड़ितों को लौटाए हैं। बीते साल 18 लाख 91 हजार 298 रुपये रिफंड किए गए थे। इसकी पुष्टि साइबर थाने के एएसपी नरवीर राठौर ने की है।
ये सही है कि 90 फीसदी से ज्यादा मामलों में लोग अपनी गलती से ही ठगी का शिकार हो जाते हैं, लेकिन इससे राज्य सरकार की जबावदेही समाप्त नहीं हो जाती। साइबर क्राइम को रोकने के लिए जो जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए वो नहीं उठाए जा रहे हैं। हालात ये है कि इन शिकायतों से निपटने के लिए हिमाचल में केवल एक ही साइबर थाना है, जिसमें करीब 15 अधिकारी, कर्मचारी हैं। इन 15 लोगों में टैक्निकल टीम भी शामिल है।
राज्य पुलिस की ओर से काफी समय पहले सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था कि जिले स्तर पर या रेंज स्तर पर साइबर थाना खोला जाएं, लेकिन ये प्रस्ताव फिलहाल ठंडे बस्ते में हैं। जानकारी मिली है कि सरकार रेंज स्तर पर थाने खोलने पर विचार कर रही है। वहीं इस बारे में जब वहां के डीजीपी संजय कुंडू से बात की तो वे सरकार से बातचीत का हवाला देते हुए नजर आए। साथ ही डीजीपी ने उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द ही इस दिशा में उचित कदम उठाएगी।