अनुशासन व प्रबंधन का पाठ पढ़ाया- प्रो. भरत मिश्रा
1 min readचित्रकूट- महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम वार/ वर्ष वार कक्षा प्रतिनिधियों की सामूहिक बैठक छात्र कल्याण अधिष्ठान के तत्वाधान में अमर्त्यसेन सभागार में संपन्न हुई। इस अवसर पर कुलपति प्रोफ़ेसर भरत मिश्रा ने कक्षा प्रतिनिधियों को कर्तव्य, दायित्व, अनुशासन एवं प्रबंधन का पाठ पढ़ाया। कला, विज्ञान, कृषि, प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन संकाय के 154 कक्षा प्रतिनिधि संकाय बार लागू ड्रेस कोड में बैठक में पूरे अनुशासन के साथ शामिल हुए। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर शशी कांत त्रिपाठी ने विषय प्रवर्तन करते हुए कक्षा प्रतिनिधियों की सामूहिक बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
कुलपति प्रोफ़ेसर भरत मिश्रा ने अपनी मार्गदर्शक प्रस्तुति के दौरान एक शिक्षक के रूप में अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख द्वारा परिकल्पित ग्रामोदय विश्वविद्यालय अध्ययन – अध्यापन के क्षेत्र में सदैव से नवाचार का हिमायती रहा है। इसी दृष्टि से इस विश्वविद्यालय में वर्ष वार एवं कक्षा वार प्रतिनिधियों को नामित किया जाता है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के अभियान में ग्रामोदय विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को भी शामिल करता है। पठन-पाठन की गुणवत्ता, कक्षाओं का संचालन, परीक्षा परिणाम,अनुशासन एवं छात्रवृत्ति आदि योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्रामोदय विश्वविद्यालय सलाह एवं सहयोग लेता है। प्रबंधन के व्यावहारिक टिप्स को देने के लिए यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को विभिन्न समितियों में भी जोड़ता है।
कुलपति प्रोफ़ेसर भरत मिश्रा ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम और संभावित नवीन पाठ्यक्रमों के वैशिष्ट्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला प्रत्येक विद्यार्थी ग्रामोदय का एम्बेसडर होता है। अध्ययन कर रहे और अध्ययन कर चुके विद्यार्थियों को चाहिए कि वे ग्रामोदय की विशेषताओं से लोगों को परिचित करावे। बैठक के अंत में कक्षा प्रतिनिधियों ने कुलपति प्रो भरत मिश्रा द्वारा दिये गए मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०