प्रदूषण के चलते विलुप्त हो रही माँ मंदाकिनी
1 min readचित्रकूट- जीवन दायनी कहे जाने वाली माँ मंदाकिनी नदी में गंदे नालों का पानी बह कर माँ मंदाकिनी नदी में जाता है जिससे मंदाकिनी नदी प्रदूषित हो रही है। नयागांव बस्ती का पानी नगर परिषद के पास से ही उसी नदी में जाता है, स्थानीय लोगों के विरोध करने पर नगर परिषद के द्वारा उस गन्दे पानी को पाइप डाल कर सीधे मंदाकिनी नदी में उतार दिया गया। साथ ही उत्तर प्रदेश रामघाट का गंदा पानी एवं रामघाट में माँ मंदाकिनी किनारे बने सुलभ शौचालय की गंदगी भी उसी नदी में बह कर जाती है, जिसमे श्रद्धालू आस्था पूर्वक स्नान करते हैं एवं अपने घर ले जाते हैं ऐसे में उन लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री जी के द्वारा नमामि गंगे चलाया जाता है जिससे कि नदियों को स्वच्छ और निर्मल बनाया जा सके लेकिन चित्रकूट में कुछ और ही नजारा देखने को मिल रहा है। माँ मंदाकिनी की गंदगी किसी को नजर क्यों नहीं आ रही है या जिम्मेदार लोग ये सब देख कर अनजान बने बैठे हैं। जिस प्रकार चित्रकूट की दो अन्य नदिया सरयू वा पैश्वनी प्रदुषण के कारण पहले ही विलुप्त हो चुकी है। क्या वैसे ही मां मंदाकिनी का भी अस्तित्व धीरे धीरे खत्म हो जायेगा?
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०