राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश को सीडब्ल्यूसी ने किया नामंजूर
1 min read
दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए शनिवार को पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पद से इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन सदस्यों ने इसे ठुकरा दिया और प्रतिकूल परिस्थिति में उनसे नेतृत्व करते रहने का आग्रह किया गया.
कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार को लेकर मंथन किया गया. कार्य समिति की बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई. बैठक में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह, पाटी महासचिव केसी वणुगोपाल, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, कैप्टन अमरेंद्रसिंह, शीला दीक्षित सहित लगभग सभी सदस्य मौजूद थे.
सीडब्ल्यूसी के 23 सदस्यों में मात्र चार लोग- पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, गौरव गोगोई और ए. चेल्ला कुमार ही चुनाव जीतने में कामयाब हो सके. जबकि राहुल ने दो जगह से चुनाव लड़ा था जिसमे एक जगह उन्हें खुद हार का सामना करना पड़ा.
लोकसभा चुनाव में हारने वाले 12 अन्य सदस्यों में वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रघुवीर सिंह मीना, जितिन प्रसाद, दीपेंदर हुड्डा, सुष्मिता देव, के.एच. मुनियप्पा और अरुण यादव हैं. सीडब्ल्यूसी के सात सदस्यों ने लोकसभा चुनावों में भाग नहीं लिया था.