यूनाइटेड इंडिया रैली: ममता ने सजाया विपक्ष का महामंच
1 min readकोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की यूनाइटेड इंडिया रैली में जनता का भारी हुजूम देखने को मिला. कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में 41 साल बाद इतना बड़ा जमवाड़ा दिखा. इस रैली में सभी भाजपा विरोधी दलों के नेता पहुंचे. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, एनसी नेता फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी, और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, राजद के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस कि ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे, अभिषेक मनु सिंघवी समेत कई बड़े विपक्षी नेता इस रैली में मौजूद रहे. साथ ही भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और शत्रुघ्न सिन्हा भी इस रैली में पहुंचे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाने में सफल रही. ममता ने दावा किया कि राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी को भाजपा में नजरअंदाज किया गया, अगर पार्टी लोकसभा चुनाव जीतती है तो उन्हें फिर से नजरअंदाज किया जायेगा. ममता बनर्जी ने कहा कि मोदी सरकार की ‘एक्सपायरी डेट’ खत्म हो गयी है. राजनीति में शिष्टता होती है लेकिन भाजपा इसका पालन नहीं करती है, जो भाजपा के साथ नहीं हैं उन्हें चोर बता दिया जाता है. महागठबंधन में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर ममता ने कहा कि हमलोग एकसाथ मिलकर काम करने का वादा करते हैं, प्रधानमंत्री कौन होगा इस पर फैसला लोकसभा चुनाव के बाद होगा. ममता बनर्जी ने नारा दिया : ‘बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो’.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘‘मैं इस महारैली में देख रहा हूं कि 22 दलों का इंद्रधनुष संकट के घने बादलों को हटा रहा है. बादल छंट रहे हैं. राजनीतिक दलों का इंद्रधनुष बन रहा है. गठबंधन का समय आ गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ वोटों के बंटवारे से केवल भाजपा को फायदा होगा. इस रैली का उद्देश्य वोटों के बंटवारे को रोकना है. जब भी ऐसा होता है तो हमें इसका फायदा मिलता है.’’
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने ‘यूनाइटेड इंडिया’ रैली में कहा, ‘‘ यह सभा भारत के संविधान को बचाने के लिए हो रही है. हम सब मिलकर इसे बचा सकते हैं. नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने गोरे लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ी ताकि हम चोरों से लड़ सकें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दीदी युवाओं और देश के संविधान के लिए लड़ाई लड़ने के लिए आपका धन्यवाद.’’
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘देश को जिस ढ़ंग से चलाया जा रहा है वह राष्ट्र के लिए खतरा है. सभी विपक्षी दल नफरत की राजनीति के खिलाफ हैं.’’
जोरम नेशनलिस्ट पार्टी के नेता पु. लालदुहोमा ने कहा,‘‘इस सरकार के शासनकाल में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. नागरिकता विधेयक को वापस लेना चाहिए या पूर्वोत्तर को इस विधेयक के दायरे से बाहर किया जाए.’’
लोकतांत्रिक जनता दल नेता शरद यादव ने कहा, ‘‘ केन्द्र ने एक भी ऐसी संस्था नहीं छोड़ी जिसे नुकसान नहीं पहुंचाया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश खतरे में है और किसानों की हालत खराब है. देश को हर जगह से बर्बाद कर दिया गया है. केन्द्र के नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर के कदम ने देश को तबाह कर दिया है.’’ यादव ने कहा, ‘‘केन्द्र ने दो करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने को वादा किया था लेकिन केन्द्र ने बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी ले ली है.’’
नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अबदुल्ला ने कहा, ‘‘ देश में अघोषित आपातकाल को माहौल है. कश्मीर में लोगों को मारा जा रहा है और उन्हें पाकिस्तानी कहा जा रहा है.’’ अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ सत्तर साल के बाद देश के लिए फिर से चुनौती है. लोगों को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है. पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिकता संशोधन विधेयक की आग फैली हुई है. यदि आप देश को बचाना चाहते हैं तो सभी को कुछ न कुछ त्यागना होगा.’’ उन्होंने ने कहा, ‘‘ हमें देश को बचाने के लिए एकजुट होना पड़ेगा. मैं एक मुसलमान हूँ लेकिन हिन्दुस्तानी हूँ और हर कश्मीरी तथा जम्मू एवं लद्दाख के लोगों को देश के साथ खड़ा होना चाहिए. पिछले चार साल में वर्तमान सरकार ने हमें हर ओर से समस्यायें ही दी हैं. हमें भाजपा को जड़ से उखाड़ना है और लिए हमें साथ-साथ मिलकर लड़ना आवश्यक है. हम चुनाव आयोग से संपर्क करेंगे, राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और कहेंगे कि हम मतपा के जरिए मतदान चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ‘चोर मशीन’ है. हम मतपा से मतदान चाहते हैं.’’
द्रविड मुने कषगम (द्रमुक) नेता एम. के. स्टालिन ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जनता से किये गये वादों को पूरा करने में असफल रहे हैं. उन्होंने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रइक गठबंधन सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए सभी भाजपा विरोधी ताकतों को एकजुट होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी के एकजुट होने का समय आ गया है, हम निश्चित रूप से जीतेंगे और केन्द्र में राजग सरकार को हराकर ही दम लेंगे.’’ उन्होंने कहा कि मई में होने वाला लोकसभा चुनाव देश का ‘दूसरा स्वतांता संग्राम’ की तरह होगा.’’ यह भूल जाओ कि कौन प्रधानमंत्री होगा, पहले यह सुनिश्चित करना है कि मोदी को सत्ता से कैसे हटाया जाये. यह निर्णय बाद में लिया जायेगा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा. पहले यह सुनिश्चित किया जाये कि मिलकर चुनाव लड़ना है.’’
द्रमुक प्रमुख ने कहा, ‘‘मोदी ने दावा किया था कि भारत में कोई विपक्ष नहीं रह गया है लेकिन आज वह केवल विपक्ष की ही बातें कर रहे हैं,वह डरे हुए हैं, वह इसलिए डरे हुए हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि हम भाजपा को सत्ता से अलग कर देंगे. भाजपा सरकार आम लोगों के लिए नहीं है, यह उद्योगपतियों के लिए है. राफेल सौदा भ्रष्टाचार का मामला है. विजय माल्या ने इस सरकार की मदद से भारत छोड़ा है.’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘अगर मोदी फिर से सत्ता में आते हैं, तो भारत 50 साल पीछे चला जाएगा. मैं सुश्री बनर्जी को भाजपा सरकार के खिलाफ इस रैली के आयोजन के लिए धन्यवाद देता हूं. मोदी को कुछ लोगों से डर लगता है और सुश्री बनर्जी उनमें से एक हैं.’’ उन्होंने कहा,‘‘मोदी और अमित शाह कोलकाता आने से घबराते हैं और उसका प्रमुख कारण है सुश्री बनर्जी. वह न केवल लौह महिला हैं बल्कि उनके मन में हमारे नेता कलैग्नर के प्रति भी गहरा सम्मान है. हमारी एकता मोदी को हराएगी तथा देश को बचाएगी.’’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘इस नये साल में एक नया प्रधानमंत्री होगा. लोग जिसका चुनाव करेंगे वह पीएम बन जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने सोचा था कि कोई गठबंधन नहीं हो सकता, लेकिन हमने उन्हें गलत साबित कर दिया.’’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी प्रमुख एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा, ‘‘ भाजपा के शासन में किसान बहुत परेशान रहे है और वे आत्महत्या कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नेताओं ने कहा कि हम प्रधानमंत्री पद के लिए लड़ेंगे, लेकिन हम देश को बचाने के लिए एकजुट हुए हैं. हम युवाओं, महिलाओं और किसानों के हितों की रक्षा भी करना चाहते हैं.’’
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर आप चौकीदार हो तो जनता थानेदार है. चोकादरी करने में अगर आप गलती करोगे तो जनता बख्शेगी नहीं. उन्होंने आगे कहा कि अगर आप मोदी-अमित शाह से हाथ मिला लो तो आप राजा हरिश्चंद्र में गिने जाओगे. नहीं मिलाया तो सीबीआई और ईडी लगा दिया जाएगा. तेजस्वी ने कहा कि भोजपुरी में कहते है ” लड़ के बा… कर के बा… जीते के बा… मतलब सब को एकजुट होकर लड़ने कि जरुरत है.
कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने रैली में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश पढ़ते हुए कहा, ‘‘आगामी लोकसभा चुनाव में देश में लोकतां की बहाली करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगें. मोदी सरकार से लड़ने और नेताओं को प्रेरित करने के लिए यह रैली बहुत महत्वपूर्ण है.’’
खड़गे ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने सत्ता में आने से पहले हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन एक करोड़ 60 लाख लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. राज्यों के किसान परेशान है और रोजगार नहीं हैं. लेकिन केन्द्र सरकार 2019 के लोक सभा चुनाव के बारे में सोच रही है. उन्होंने कहा, ‘‘ नोटबंदी और राफेल धोखाधड़ी के मामले पर सरकार पूरी तरह से विफल रही है.’’