प्रधानमंत्री मोदी ने किया पेमेंट बैंक का उद्घाटन
1 min read650 शाखाओं और 3,250 एक्सेस प्वाइंटस के साथ खोला गया बैंक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस योजना से गरीब के घर बैंक पहुंचेगा। आईपीपीबी अर्थतंत्र में परिवर्तन लायेगा। हमारी सरकार पुरानी व्यवस्थाओं को उनकी स्थिति पर छोड़ने वाली नहीं है, बल्कि उन्हें रिफार्म कर रही हैं। अब डाकिया डाक के साथ बैंक भी लायेगा। डाकिया घर आकर डिजिटल लेन-देने की समस्या निपटायेगा। डाकिये के पास अब बैंक होगा। निवेश और बीमा जैसी सुविधाएं भी मिलेगी। बैंक बिल भुगतान की सुविधा भी देगा। डिजीटल लेन-देन की व्यवस्था को इससे विस्तार मिलेगा। ये बैंक नहीं बल्कि गांव, गरीब को सशक्त बनाने का माध्यम है।’
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेमेंटस बैंक यानि आईपीपीबी का उद्घाटन तालकटोरा स्टेडियम में किया। उनके साथ सूचना मंत्री मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। आईपीपीबी नागरिकों को घर बैठे खाता खुलवाने की सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ तीन लाख से अधिक डाकियां और ग्रामीण डाक सेवकों को आपस में जोड़ेगा।
पेमेंट बैंक की सुविधाएं
पेमेंट बैंक अन्य बैंकों की भांति ही है। लेकिन इसकी प्रक्रियाएं छोटे स्तर के कार्य करेगी। बैंक कई कामों को कर पाने में संभव होगा यहां तक कि बैंक बचत खाते में पैसे जमा लेने में सक्षम है। नागरिक बैंक में पैसे भी जमा कर पायेंगे। बैंक के खाते में 1 लाख तक जमा किया जा सकता है। बैंक नागरिकों को बैंकिंग की सभी सुवधिएं प्रदान करेगा। इसके तहत कोई भी खाताधारक मोबाइल पेमेंट, ट्रांसफर, कोई भी सामान खरीदने की आजादी भी प्रदान करेगा। साथ ही बैंक के खाताधारकों को एटीएम, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिग और अन्य कोई भी खाताधारक के खाते में पैसे भी जमा कर पायेगा। पर यह बैंक लोन देने और क्रेडिट कार्ड चालू करने में अक्षम होगा।
पैसे पोस्ट ऑफिस बचत खाते में जमा होंगे- मनोज सिन्हा
सूचना मंत्री मनोज सिन्हा ने इस मौके पर कहा कि, ‘‘आईपीपीबी देश के 650 शाखाओं के साथ 3,250 एक्सेस प्वाइंट पर आज से मौजूद होगा। बैंक में 1 लाख रुपये तक जमा किये जा सकते हैं, जो स्वतः आपके पोस्ट ऑफिस बचत खाते में चले जायेंगे।’’
कैबिनेट ने इस बैंकिंग योजना को बाजार के अन्य पेमेंट बैंकों के मुकाबले टक्कर देने के लिए एक हफते पूर्व ही 1,435 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान किया है।
खाताधारकों को ब्याज भी दिया जायेगा
बैंक खाताधारकों को बचत खाते पर 4 प्रतिशत का ब्याज भी देगा। आईपीपीबी वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के लिए पीएनबी और बजाज एलियांस जैसे बैंकां के साथ मिलकर कार्य भी करेगा, जो लोन व बीमा की सुविधा भी प्रदान करेगा।
प्रोद्यौगिकी से जोड़ने का है लक्ष्य
सरकार ने आईपीपीबी को प्रौद्योगिकी से जोड़ने की शत-प्रतिशत कोशिश की है। बैंक के माध्यम से उत्पाद एवं सेवा को काउंटर सेवाओं जैसे माइक्रो एटीएम, मोबाइल बैंकिंग एप, मैसेज और आईवीआर से जोड़ने का काम भी करेगी।
आधार से खुलेगा खाता
बैंक में खाता खुलवाने के लिए आधार नंबर का इस्तेमाल किया जा सकेगा। जहां क्यू आर कार्ड एवं बायोमिटिक के बाद प्रमाणीकरण, टांजेक्शन और पेमेंट किया जा सकेगा। ग्रामीण डाक सेवकों को टांजेक्शन सफलतापूर्वक प्र्रदान करवाने के लिए स्मार्टफोन एवं बायोमिटिक डिवाइस प्रदान किया जायेगा।
दिसंबर तक देशभर में होगी बैंक की पहुंच
आईपीपीबी की देशभर में 650 शाखाओं के साथ 3,250 एक्सेस प्वांइट को 01 सितंबर 2018 से खोल दिया गया है। लेकिन जल्द ही दिसंबर तक इसे देश भर के 1.55 पोस्ट ऑफिसों से जोड़ दिया जायेगा। जिसके बाद 1.30 लाख एक्सेस प्वाइंट को ग्रामीण एरिया से स्थित हो जायेगा। आईपीपीबी के पास 17 करोड़ डाक बचत बैंक खातों को अपने बैंक से सीधे जोड़ने की भी इजाजत होगी।