चित्रकूट अमावस्या पर मंदाकिनी में स्नान कर लगाई परिक्रमा
1 min readचित्रकूट – सनातन धर्म में अधिक मास को बेहद पवित्र और खास माना जाता है, अधिक मास हर 3 साल में एक बार आता है, अधिकमास में पड़ने वाली अमावस्या भी उतनी ही महत्वपूर्ण मानी जाती है जितना कि अधिक मास अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाना बेहद लाभकारी होता है. अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित किया गया है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार अधिकमास में पितरों को श्राद्ध देने से घर में सुख समृद्धि आती है और कष्टों से मुक्ति भी प्राप्त होती है।
तो वहीं आज चित्रकूट में अधिक मास अमावस्या पर तपती गर्मी में भारी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचे और मां मंदाकिनी नदी में स्नान कर पितृ को जल दिया और भगवान कामतानाथ स्वामी के दर्शन कर परिक्रमा लगाई तो वहीं सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने चप्पे चप्पे पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया है जिससे की आने – जाने वाले श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर परिक्रमा कर सकें और अव्यवस्था न हो।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश