संघ प्रमुख नेत्र रोगियों को चश्मा पहना कर जाना उनका हाल
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चित्रकूट- संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने चित्रकूट के दो दिवसीय प्रवासकाल के दौरान संत रणछोड़ दास जी महाराज द्वारा स्थापित श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट में रात्रि विश्राम किया और अगले दिन ट्रस्ट का भ्रमण कर ट्रस्ट द्वारा संचालित विभिन्न प्रकल्पों का अवलोकन किया और देखने के बाद कहा वाह जैसा मैंने सुना था उससे कही अच्छा मुझे यहां देखने को मिला उन्होंने भ्रमण के दौरान नेत्र रोगियों को अपने हाथों से चश्मा पहना एवम् दवा दे जाना उनका हाल चाल।इसके बाद संघ प्रमुख ने सदगुरु कांफ्रेंस हाल में अपने उद्बोधन में सेवाकार्य पर विशेष बल देते हुए कहा कि हमारे संगठन में सेवा सर्वोपरि है। सेवा एक ऐसी वस्तु है कि जिसकी की जाए उसका उद्धार करती है साथ ही जो सेवा करता है उसका भी आत्मोत्थान करती है। यहां सेवा में संलग्न सभी कार्यकर्ताओ को मेरी मंगलमय शुभकामनाएं हैं। मनुष्य जीवन में सेवा का अवसर बहुत भाग्य से मिलता है,इसलिए मैं सभी से कहता हूँ अपनी पूरी क्षमता से सेवाकार्य में संलग्न रहें। मैंने इस ट्रस्ट के द्वारा हो रहे कार्यों के बारे में बहुत सुन रखा था परन्तु आज प्रत्यक्ष रूप से देखने का अवसर मिला। यहाँ सेवा के विस्तार को देखकर प्रसन्नता हुई,की नेत्र रोगियों के साथ, संत सेवा, गौ सेवा और नारी को आत्मनिर्भर बनाने में किये का रहे कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि, विशद भाई मैं अतिथि नहीं इसी परिवार का सदस्य हूँ । पूज्य श्री रणछोड़दास जी महाराज के संस्थान में हो रहे सेवाकार्यों से सभी को प्रेरणा लेना चाहिए। इस अवसर पर विशद मफतलाल,रूपल मफतलाल,मिलोनी बेन, उर्विजा बेन, ट्रस्टी विष्णु जोबनपुत्रा, डॉ बी के जैन, मनोज पंड्या, एम बी रघुनाथ,इलेश जैन, सहित सद्गुरु परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०