April 28, 2024

UPI पेमेंट पर आए आदेश की हर बात समझिए

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नई दिल्ली – आज की तारीख में आपको खरीदारी करने के लिए ना तो कैश की जरूरत हैं और ही किसी कार्ड की। अगर आपका मोबाइल फोन आपके साथ है तो आप आसानी से जितनी चाहे उतने की शॉपिंग कर सकते हैं। नोटबंदी के बाद से लोगों को यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) की ऐसी आदत लगी कि लोग कैश पेमेंट भूल गए। मोबाइल क्रांति के इस दौर में आप छोटी से बड़ी खरीदारी के लिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं। UPI पेमेंट को लेकर खबर आई कि ये महंगा होने जा रहा है। 2000 रुपये से अधिक के ट्रांजैक्शन पर 1.1 फीसदी का चार्ज लगेगा। UPI पेमेंट मतलब गूगल पे (Google Pay), फोन पे (Phone Pay) और पेटीएम (Paytm) जैसे डिजिटल मीडियम से अगर आप 2 हजार रुपये से अधिक का पेमेंट करते हैं तो आपको थोड़ी अधिक जेब ढीली करनी पड़ सकती हैं, लेकिन इसमें थोड़ा पेंच हैं। अगर आप बैंक अकाउंट से लिंक पेमेंट करते हैं तो आपके लिए कुछ नहीं बदला है।

आसान भाषा में उस दुकानदार को समझे, जिसे आप यूपीआई से पेमेंट कर रहे हैं।
क्या आम जनता पर होगा इसका असर ?
इंटरचेंज चार्ज लगने पर आम व्यक्ति के जेब पर कोई असर नहीं होगा। इंटरचेंज चार्ज का भुगतान मर्चेंट की ओर से वॉलेट या कार्ड जारीकर्ता को किया जाता है। ऐसे में 2000 रुपये से कम का भुगतान करने वाले वाले मर्चेंट पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। इस सर्कुलर के मुताबिक अगर आप अपने प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट जैसे पेटीएम, फोनपे जैसे वॉलेट में अपने बैंक से पैसे डालते हैं तो पेटीएम, फोनपे जैसी कंपनी को रेमिटर बैंक को ट्रांजैक्शन लोड करने के लिए 15 बेसिस प्वाइंट का पेमेंट करना होगा।
क्या ऑप्शन चुनें?
NPCI के अपने सर्कुलर में कहा है कि बैंक अकाउंट और प्रीपेड पेमेंट इंस्‍ट्रूमेंट(PPI) के बीच पीयर-टू-पीयर और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट में किसी तरह के ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। सर्कुलर में पी2पी, पी2एम ट्रांजैक्शन पर इसे लागू नहीं करने की बात कही गई है। अगर आपने किसी व्यक्ति को या किसी दुकानदार को पेमेंट करते हैं और पेमेंट का विक्लप बैंक अकाउंट चुनते हैं तो आपको कोई चार्ज देना देना होगा। यानी बेहतर है कि किसी भी तरह के चार्ज से बचने के लिए यूपीआई पेमेंट करते वक्त बैंक अकाउंट का ऑप्शन चुनें।
अगर अब भी है कंफ्यूजन तो इसे समझें इंटरचेंज चार्ज पेमेंट सेवा प्रदाताओं की ओर से वॉलेट जारीकर्ताओं जैसे कि बैंकों को दिया जाता है। ये वॉलेट खास तौर से पेटीएम, फोनपे, गूगलपे, जैसे ऑनलाइन भुगतान साधक हैं। यहां खबर को अगर एक लाइन में समझे तो आपपर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। आपको वॉलेट से भी ट्रांजैक्शन पर भी कोई चार्ज नहीं देना होगा। ये पूरी तरह से बैंक और दुकानदार (मर्चेंट) के बीच का मामला है। यूपीआई ने आप पेमेंट करते हैं तो आपको कोई चार्ज नहीं लगेगा। अगर वॉलेट से भी करते हैं तो भी कोई चार्ज नहीं लगेगा। ये चार्ज दुकानदार, जिसके स्कैनर पर आपने पेमेंट किया है उसके और उसके बैंक के बीच का मामला है। दुकानदार (मर्चेंट) के लिए 1 अप्रैल से ये महंगा हो जाएगा। UPI क्यूआर के जरिए जब पैसे दुकानदार के बैंक खाते में जाएंगे, उसी क्रम में उस रकम पर 1.1 फीसदी का इंटरचेंज चार्ज उसे देना होगा।

भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश

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