जोमैटो ने देश के 225 शहरों से समेटा अपना कारोबार
1 min readनई दिल्ली – जोमैटो ने अपनी तीसरी तिमाही की रिपोर्ट में कहा “डिमांड में कमी बिलकुल उम्मीद से परे थी, जो फूड डिलीवरी प्रोफिट को प्रभावित कर रही है, लेकिन इसके बावजूद, हमें लगता है कि हम अपने प्रोफिट टारगेट को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं”
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने अपनी तीसरी तिमाही की वित्तीय आय रिपोर्ट के दौरान कहा कि हमारा घाटा बढ़ गया है. कंपनी ने यह भी घोषणा कि उसने 225 छोटे शहरों में नुकसान को देखते हुए वहां अपना काम बंद कर दिया है. फूड डिलिवरी बिजनेस में दिसंबर में खत्म हुई तिमाही में कंपनी को 346.6 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
कंपनी ने अपनी तीसरी तिमाही की रिपोर्ट में कहा “डिमांड में कमी बिलकुल उम्मीद से परे थी, जो फूड डिलीवरी प्रोफिट को प्रभावित कर रही है. लेकिन इसके बावजूद, हमें लगता है कि हम अपने प्रोफिट टारगेट को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं”
गौरतलब है कि जोमैटो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले फूड डिलीवरी ऐप में से एक है और हाल ही में मुनाफे को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में उसने अपने गोल्ड सब्सक्रिप्शन को फिर से लॉन्च किया है. हैरानी की बात है कि कंपनी ने 225 छोटे शहरों से हटने का फैसला ऐसे समय में किया है जब वह करीब 800 लोगों को हायर करने की योजना बना रही है।
कंपनी ने अपनी वित्तीय आय रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि जोमैटो ने जनवरी में 225 छोटे शहरों में काम बंद कर दिया है. इस कदम के बारे में बात करते हुए कंपनी ने कहा, “पिछली कुछ तिमाहियों में इन शहरों का पर्फार्मेंस बहुत अच्छा नहीं था, और हमें नहीं लगा कि इन शहरों में हमारे इंवेस्टमेंट काम आएगा. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस कदम से कौन से शहर प्रभावित हुए हैं।
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश