खाद विक्रेता के हाथों लुट रहा किसान बिना रेट सूची के मनमानी दाम में बेची जा रही है खाद
1 min readउचेहरा – सरकार किसानों की सुविधा के लिए भले ही तमाम प्रयास कर रही हो लेकिन जिनके हाथों किसानों को सुविधा देने की जिम्मेदारी सरकार ने सौंपी है उन्ही की मिली भगत से किसान सीधे सीधे लुटने को मजबूर है ।
हम बात कर रहे है सतना जिले के उचेहरा जनपद के अटरा ग्राम पंचायत में संचालित खाद विक्रेता की जहां का नजारा आप स्वयं देख सकते हैं की यहां के दुकान संचालक द्वारा खाद,बीज विक्रय का लाइसेंस जरुर लिया गया है लेकिन कौन सी खाद किस रेट में बेची जा रही है रेट सूची ही नही लगाई गई । जब इस बात की जानकारी दुकानदार से चाही गई देखिए किस तरह का गोल माल ज़बाब दुकानदार दे रहा है ।
काबिलेगौर है कि दुकानदार को खुलेआम संरक्षण उचेहरा मुख्यालय में बैठे कृषि विभाग के एस ए डी ओ विजय त्रिपाठी का है जिनकी सह पर ही यह सब खेल लंबे समय से हो रहा है। कृषि विभाग के अधिकारी जांच करने जाते जरुर है लेकिन वह किस प्रकार से जांच करते हैं गांव के किसान नंदू पटेल की उनकी खुद की जुवानी आप भी सुनिए । वहीं गांव के एक किसान रावेंद्र सिंह ने अपना दुखड़ा बया करते कहा की अटरा गांव में बिना लाइसेंस के कई खाद बीज की दुकानें बेधड़क वर्षो से चल रही है । खुले आम किसान खाद विक्रेता के हाथों लुट रहा है । बढे दामों में हमेशा ही इनके द्वारा खाद बेची जा रही है । इस तरह का मामला अकेले अटरा गांव का नही है अमूमन समूचे उचेहरा ब्लाक में देखने को मिल जाएगा ।
आहेस लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०