यह कैसी निर्दयी मां है जिसका जिगर के टुकड़े को अपने से अलग करने पर एक बार भी कलेजा नहीं कांपा
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सतना – यह कैसी कलियुगी मां है जिसने ,जिस औलाद को 9 माह तक अपनी कोख में रखा उसी को जुदा करने में एक पल भी न सोचा। जी हां, हम बात कर रहे हैं सतना के सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय का जहां एक मां अपनी बच्ची को जन्मते ही छोड़कर चली गई। 8 नवम्बर को 22 साल की कथित सरस्वती कोरी प्रसव वेदना की वजह से जिला अस्पताल के मेटरनिटी विंग में भर्ती होती है।
उसने अपने पति का नाम गोलू कोरी दर्ज कराया। सामान्य प्रसव के बाद सरस्वती ने बच्ची को जन्म दिया। 1 किलो 300 ग्राम वजन होने के बच्ची की हालत नाजुक थी लिहाजा उसे जिला अस्पताल के स्पेशल केयर न्यूनेटल यूनिट (एससीएनयू) में एडमिट कराया गया। मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि सरस्वती के साथ मौजूद मां ने लेबर रूम में अपना और नवजात का रिश्ता नानी बताया तो एससीएनयू के रिकॉर्ड में दादी होना दर्ज कराया।
जबकि पता हटा, दमोह लिखवाया। 10 नवम्बर को सरस्वती कोरी की मेटरनिटी विंग डिस्चार्ज हो गई और वह अपनी मां के साथ एससीएनयू पहुंचने के बजाय हॉस्पिटल से गायब हो गई। एससीएनयू की इंचार्ज डॉ. विजेयता राजपूत ने मामले की लिखित जानकारी पुलिस को दी है।

अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०