अब मप्र गान भी खड़े होकर गाना होगा
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भोपाल – राष्ट्रगान की तरह अब मध्यप्रदेश गान को भी सम्मान देना होगा. इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मप्र स्थापना दिवस पर जनता को संकल्प दिलाकर की. इस दौरान सीएम ने जनता से कहा कि मप्र गान के समय खड़े होकर सम्मान देने की परंपरा आज से शुरू की जा रही है, इसके साथ ही सीएम ने जनता के सामने अपनी छह मांगें भी रखीं।
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मप्र स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गान से पहले मुख्यमंत्री शिवराज ने जनता को संकल्प दिलाते हुए कहा मध्य प्रदेश गान के समय हम हमेशा खड़े रहें, उन्होंने कहा अभी तक मप्र गान के समय खड़े होकर सम्मान देने की परंपरा नहीं थी, लेकिन आज हम ये परंपरा शुरू कर रहे हैं. मप्र गान के समय खड़े होकर इसे सम्मान देंगे।
सीएम शिवराज ने जनता के सामने रखीं ये छह मांगें मप्र स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जनता के सामने 6 मांगे रखीं. उन्होंने कहा मेरी पहली मांग है मैं रोज 3 पेड़ लगाता हूं. आप भी पेड़ लगाएं. आप भी मैरिज एनिवर्सी पर पेड़ लगाओगे तो पति, पत्नी के संबंध मजबूत रहेंगे. मेरी दूसरी मांग है कि बिजली बचाना है. मेरी तीसरी मांग है कि पानी का दुरुपयोग नहीं करना,मेरी चौथी मांग है कि बेटियों का सम्मान किया जाए, मेरी पांचवी मांग है कि स्वच्छता के क्षेत्र में काम करेंगे, मेरी छठवीं मांग है कि नशा मुक्ति करना है।
भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश