राम कथा का चौथा दिन, रामभद्राचार्य जी के मुखारबिन्द से…
1 min readकामदगिरी भे रामप्रसादा, अवलोकत अपहरद विशादा।।
चित्रकूट मप्र.। भगवान कामतानाथ जी के तलहटी में आयोजित श्री राम कथा के कथा ब्यास – पद्म विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहां पर मां मंदाकिनी मंद – मंद जल बहते हुए आगे निकलती है। यहाँ रामघाट मे चित्रकूट के राजाधिराज मत्तगजेंद्र नाथ जी भी है जो चित्रकूट की रक्षा करते हैं। भगवान कामदगिरी के चारों दिशाओं की विभिन्न हिस्सों में रक्षा करने वाले पूर्व दिशा की तरफ रक्षा इंद्र देव, पश्चिम दिशा की रक्षा वरुण देव, दक्षिण दिशा की रक्षा यमराज और उत्तर दिशा की रक्षा कुबेर देव करते हैं। यहां कण कण मे भगवान विराजमान है। कार्यक्रम में जगदगुरु के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास ने श्री प्रभात झा भाजपा नेता का हार्दिक आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो0 योगेश चंद्र दुबे, वित्त अधिकारी आर0 पी0 मिश्रा, कुलसचिव डा.महेंद्र उपाध्याय, लेखाधिकारी एन. बी. गोयल, सुरक्षा अधिकारी डा0 मनोज पांडेय, डीन डा0 विनोद कुमार मिश्रा, पीआरओ एस0 पी0 मिश्रा, विद्यालय की प्राचार्या सुश्री निर्मला वैष्णव, विश्वविद्यालय परिवार व तुलसी पीठ, योगेश पांडेय लखनऊ सहित क्षेत्र के गणमान्य अतिथियों, संत, महंत उपस्थित रहे। कथा पंडाल श्रोताओं से भरा रहा। उक्त आशय की जानकारी दिब्यांग विश्वविद्यालय के पीआरओ एस0 पी0 मिश्रा ने दी।
जावेद मोहम्मद(विशेष सवांददाता), भारत विमर्श चित्रकूट मप्र.