पाकिस्तान को बड़ा झटका, एफएटीएफ का फैसला ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाकिस्तान
1 min read

पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने एक बड़ा झटका दिया है, एफएटीएफ ने फैसला लिया है कि पाकिस्तान को अभी ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा। ऐसा कहा जा रहा है कि जिन जनादेशों में पाकिस्तान विफल रहा है, उनमें जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) प्रमुख अजहर, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सीड और संगठन के ऑपरेशनल कमांडर जहूर रहमान लखवी जैसे सभी संयुक्त राष्ट्र-नामित आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है।
हालांकि पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की कोशिश में लगा हुआ है, लेकिन पाकिस्तान इसमें सफल होने में कामयाब नहीं हो पा रहा है। पाकिस्तान पर लगातार आतंकियों को पनाह दिए जाने के आरोप लग रहे हैं। साथ ही वह एफएटीएफ के मापदंड़ों को पूरा करने में नाकाम रहा है। जिसके बाद पाकिस्तान को एक बार फिर से ग्रे लिस्ट में बनाए रखने का फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि इमरान खान (Imran Khan) एफएटीएफ के 27 लक्ष्यों में से छह का अनुपालन करने में असफल रहे हैं। जून 2018 में एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला था, उस समय पाकिस्तान को धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने की 27 प्वाइंट्स की कार्य योजना को 2019 के अंत तक लागू करने का आदेश दिया गया था। हालांकि कोरोना वायरस को देखते हुए समय सीमा को बढ़ा दिया गया था। लेकिन फिर भी पाकिस्तान इसमें असफल रहा।
हालांकि दुनिया के 4 बड़े देश अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी भी इस्लामाबाद की अपनी धरती पर सक्रिय आतंकी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता से संतुष्ट नहीं थे। पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखने का ये भी कारण हो सकता है।