इमरती देवी के अपमान का बदला लेने उतरे शिवराज, शुरू किया मौन उपवास
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मध्यप्रदेश में उपचुनाव होने वाले हैं लेकिन उसके पहले ही कमलनाथ के एक बयान के बाद सियासी महाभारत छिड़ गई है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रचार के दौरान भाजपा की प्रत्याशी इमरती देवी को “आइटम’ कहा था। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर उन्हें कई हिदायतें दी गई। अब इसी बयान के चलते मध्यप्रदेश के सीएम धरने पर बैठ गए हैं।
ये धरना करीब दो घंटे तक चलेगा, शिवराज के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में धरने पर बैठे हैं, तो वहीं भाजपा के अन्य नेता अलग-अलग हिस्सों में मौन प्रदर्शन कर रहे हैं। धरने पर बैठने से पहले शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, देश में मां, बहन और बेटियों का सम्मान रखा जाएगा, हम महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कमलनाथ के इस बयान पर बवाल होना लाजमी था और बीजेपी ने आक्रामक तरीके से इस मसले को उठाया। प्रत्याशी इमरती देवी, जिनके लिए कमलनाथ ने अमर्यादित शब्द का प्रयोग किया, उन्होंने कहा कि अगर मेरा जन्म गरीब परिवार में हुआ तो इसमें मेरी क्या गलती है? अगर मैं दलित समुदाय से आती हूं तो उसमें मेरी क्या गलती है? मैं सोनिया गांधी से अपील करना चाहती हूं कि वो इस तरह के लोगों को अपनी पार्टी में जगह न दें। अगर एक महिला के खिलाफ इस तरह के शब्द के प्रयोग होंगे तो वो आगे कैसे बढ़ेगी ?
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 3 नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है, जिसके नतीजे बिहार के साथ ही 10 नवंबर को आएंगे। शिवराज सिंह चौहान की सरकार को बरकरार रखने और मजबूती के लिए भाजपा को इन सीटों में से अधिकतर पर जीत हासिल करना जरूरी है।