आर्थिक हालात की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री जल्द करेंगे उच्च स्तरीय बैठक
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दिल्ली: आर्थिक हालात की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के अंत तक एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस बैंठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, वित्त सचिव हसमुख अढिया और दूसरे कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे. डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट और पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर यह अहम बैठक बुलाई जा रही है.
हाल ही में विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर ही मोदी सरकार पर हल्ला बोल दिया है. जिसके बाद इस ये बैठक बुलाई जा रही है, जिससे साफ़ जाहिर होता है कि कहीं न कहीं सरकार भी दबाव महसूस कर रही है.
कारोबार बंद होने पर डॉलर के मुकाबले 71.67 पर बंद हुआ. गर्ग ने सोशल मीडिया ट्विटर पर लिखा कि रुपये में बेवजह गिरावट रोकने के लिए सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक सभी उपाय करेगी.
गर्ग उन अधिकारियों में शामिल हो सकते हैं, जो प्रधानमंत्री के साथ बैठक में शिरकत करेंगे. बैठक की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य इस बैठक का हिस्सा नहीं होंगे.
सूत्रों ने यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल में पेट्रोलियम उत्पादों में तेजी और रुपये में गिरावट के संबंध में परिषद से कोई भी जानकारी नहीं मांगी है. अधिकारियों का कहना है कि बैठक में वैश्विक स्तर पर तेल कीमतों के रुख और रुपये में कमजोरी, दुनिया में व्यापार युद्ध एवं संरक्षणवादी नीतियों और भारत के चालू खाते के घाटे एवं महंगाई के रुझानों के इर्द-गिर्द चर्चा केंद्रित रहेगी.
सरकार ने अब तक विपक्ष के तमाम दबावों के बावजूद पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क घटाने से साफ इनकार किया है. वित्त मंत्रालय का मानना है कि पेट्रोल एवं डीजल कीमतों में प्रति लीटर एक रुपये की भी कटौती से सरकार को करीब 140 अरब रुपये राजस्व का नुकसान होगा.