तिरुपति के लड्डू में मिलावट को लेकर विरोध, सौंपा ज्ञापन
1 min readसतना – आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी का मामला सामने आने के बाद पूरे देश में इस मामले ने विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
शनिवार को शहर के गुरुनानक दरबार से विरोध प्रदर्शन रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिला पुरुष और साधु संत शामिल हुए। प्रदर्शन रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां पर एक सभा को संबोधित किया गया।
यह विरोध प्रदर्शन रैली अखिल भारतीय श्री स्वामी सीतारामाचार्य भागवत गोष्ठी न्यास भारत की इकाई श्री रामानुज वैष्णव मंडल के द्वारा के निकली गई। सभा को *मंडल के व्यवस्थापक रामचरण गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि मंदिर के लड्डू मै चर्बी मिलाई जा रही है। पहले मुगलों ने हमारे मंदिरों को तोड़ा था। अब तो यह हमारी आस्था नष्ट करने में लगे हुए हैं। जो ज्यादा खतरनाक है।
मंदिर तो हमने बना लिया। इसमें भी कुछ को बहुत तकलीफ है। राम मंदिर कैसे बन गए। किंतु आस्था नष्ट हो जाती है तो मुश्किल से आती है। स्वामी धरणीधारा चार्य ने कहा कि अब सावधान रहने की ज्यादा जरूरत है। हिन्दू सनातन धर्म पर बड़ा हमला है। इसके पीछे का मुख्य वजह प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी की है। तिरुपति के प्रसाद यानी लड्डुओं को बनाने में मछली का तेल और पशु चर्बी का इस्तेमाल हुआ। उन्होंने कहा कि प्रसाद में मिलावट करने वाले दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले। सभा के बाद कलेक्ट्रेट में सिटी मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया l
अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना मध्य प्रदेश