संस्कारयुक्त शिक्षा के केंद्र के रूप में आलोकित ग्रामोदय परिसर – उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल
1 min readचित्रकूट – आज मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह ( राम दरबार) भेंट कर ग्रामोदय परिवार की ओर से भव्य स्वागत और अभिनंदन किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलाधिपति भारतरत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख को महामानव के रूप में बताते हुए कहा कि नाना जी देशमुख ने इस विश्वविद्यालय की संकल्पना और स्थापना की थी।
यह विश्वविद्यालय केवल सामान्य विश्वविद्यालयो की भांति न होकर संस्कार युक्त शिक्षा देने का उत्कृष्ट केंद्र भी है। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के इस परिसर में आने में एक विशेष प्रकार की ऊर्जा मिलती है। नानाजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लेकर समाज सेवा के क्षेत्र को नई दिशा दी जा सकती है।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है कि नानाजी देशमुख के सदप्रयासों से इस विश्विद्यालय के विद्यार्थी उच्च शिक्षा के प्रकाश को देश विदेश में प्रकाशित कर रहे है। उन्होंने ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर भरत मिश्रा के नेतृत्व में आज ग्रामोदय परिवार द्वारा किए गए आत्मीय स्वागत और अभिनंदन के लिए आभार प्रकट किया है।उन्होंने कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सतत विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने ग्रामोदय परिवार की भावनाओ को समझते हुए आश्वस्त किया कि आने वाले समय में मैं स्वयं ग्रामोदय विश्वविद्यालय कैंपस आकर प्राध्यापको,अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों से विचार मंथन कर अपेक्षित मदद करूंगा। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल की धर्म पत्नी, भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा, कुलसचिव प्रो आर सी त्रिपाठी, अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। स्वागत समारोह का संचालन डॉ कुसुम सिंह ने किया।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश