सनशाईन इंटरनेशनल स्कूल ने आयोजित किया कराटे चैंपियनशिप
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शहीद प्रभु नारायण सिंह की याद में दो वर्षों से हो रहा है आयोजन
खगड़िया : अगस्त क्रांति के नायक के रूप में प्रसिद्ध अमर शहीद प्रभु नारायण सिंह की 77 वीं पुण्यतिथि पर उनके पैत्रिक गांव माड़र में अमर शहीद प्रभु नारायण सिंह स्टेट कराटे चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। यह कराटे चैंपियनशिप प्रभु नारायण सिंह की याद में, उन्हें सम्मान और श्रद्धांजलि देने हेतु लगातार दो वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। आयोजन 12 एवं 13 अगस्त को सनशाईन इंटरनेशनल स्कूल, माड़र, खगड़िया द्वारा किया जा रहा है।
प्रतियोगिता की शुरूआत सनसाईन इंटरनेशनल स्कूल के संरक्षक पृथ्वी प्रसाद सिंह, संजय कुमार इलाहाबाद बैंक, संजीव कुमार, समाजसेवी, मोरकाठी थाना के एएसआई महेश लाल राम, विद्यालय के प्राचार्य अजय कुमार, कराटे ट्रेनर विकास कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
बिहार तथा बंगाल के बच्चे हुए हैं शामिल
प्रतियोगिता में बिहार के विभिन्न जिलों के विद्यालयों के छात्रों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के विद्यालय के छात्रों ने भी हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में सभी छात्र अपनी प्रतिभा का बखूबी परिचय देते दिख रहे हैं। छोटे-छोटे छात्र अपनी कराटे की कुशलता से शिक्षकों और अतिथियों को आश्चर्यचकित कर दे रहे हैं। प्रतियोगिता में छात्राएं भी अपना जौहर दिखाकर सबके मन को लुभा रही हैं। अतिथियों के साथ-साथ उपस्थित आम जन भी इस प्रतियोगिता का आनंद उठा रहे हैं।
प्राचार्य और संरक्षक ने दी प्रेरणा
इस आयोजन में उपस्थित विद्यालय के संरक्षक पृथ्वी प्रसाद सिंह ने विद्यालय के इस प्रयास की और प्राचार्य अजय कुमार की सराहना की। साथ ही उन्होंने अमर शहीद प्रभु नारायण सिंह की बहादूरी को भी याद किया। साथ ही छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिता के लिए शुभकामना देते हुए उनके मनोबल को ऊंचा करना वाला प्ररेणादायक भाषण भी दिया। विद्यालय के प्राचार्य अजय कुमार ने भी अपने संबोधन में सर्वप्रथम शहीद प्रभु नारायण सिंह की वीरता को याद किया, उनके संबंध में उनकी कहानी भी सुनाई कि कैसे उन्होंने अपने सीने पर गोली खाना पसंद किया पर पीठ दिखाकर मैदान नहीं छोड़ा, उनकी स्मृति इस पावन भूमि माड़र और ख्रगड़िया जिला को हमेशा प्रेरित करती रहेगी। हमारी ओर से उनकी याद को जीवित रखने का छोटा सा प्रयास यह है। इसलिए हमने बच्चों में साहस भरने के लिए कराटे चैंपियनशीप का आयोजन किया है, इसमें बिहार के विभिन्न जिलों से ही नहीं पश्चिम बंगाल के विद्यालय से भी छात्र आये हैं, यह इस आयोजन को विशाल बनाता है। और इसलिए हम आगे भी इस आयोजन को करने की कोशिश करते रहेंगे। इस आयोजन के माध्यम से बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। प्रतियोगिता के लिए सभी बच्चों को शुभकामना दिया। अन्य अतिथियों ने भी बच्चों को आर्शीवाद और शुभकामना दिया।
कौन थे प्रभु नारायण सिंह
1942 में जब भारत छोड़ो आंदोलन चल रहा था तब प्रभु नारायण सिंह बनारस में पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने जब आंदोलन के बारे में सुना तो अपनी पढ़ाई बीच में छोड़कर अपने गांव वापस आ गए। खगड़िया में उन्होंने अपने साथियों को इकट्ठा कर देश के लिए लड़ने की प्रेरणा देते हुए उन्हें अपने साथ लेकर थाने पर हमला करने पहुंच गए। वहां उन्हें वापस लौट जाने को कहा गया पर उन्होंने अपने सीने पर गोली खाना पसंद किया पर वापस लौटना नहीं स्वीकारा। इसलिए उन पर गोलिया बरसा दी गई। 13 अगस्त 1942 उनकी शहादत का दिन है।
विभिन्न विद्यालयों ने लिया हिस्सा
इस प्रतियोगिता में सनशाईन इटरनेशनल स्कूल, माड़र, डी.पी.एस, मंझौल, बी.पी.एस, नावकोठी, आर्मी पब्लिक स्कूल, पीपरा, उच्च विद्यालय माड़र, उच्च विद्यालय, मेहसौड़ी, आकाश इंटरनेशनल स्कूल, छपरा, मयूर पब्लिक स्कूल, जहानाबाद, एएमएए क्लब, जहानाबाद, लाईफ पब्लिक स्कूल, पटना, आर पी इंस्टीच्यूट ऑफ मार्शल आर्ट, हावड़ा (पश्चिम बंगाल), कश्यप स्कूल ऑफ मार्शल आर्ट, बेगुसराय के छात्र-छात्राएं शामिल हुए।