शेल्टर होम की संचालिका की थी राजनीतिक पहुँच
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आसरा शेल्टर होम की संचालिका की मनीषा दयाल की राजनीतिक पैठ सामने आ रही है। शेल्टर होम में दो महिलाओं की संदिग्ध मौत के बाद संचालक चिरंतन कुमार के साथ संचालिका मनीषा दयाल को गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में पेशी के बाद दो दिनों की रिमांड पर दोनों को लिया गया है। दूसरी ओर संचालिका मनीषा दयाल की रजनीतिक पैठ का पता चल रहा है। आज ही श्याम रजक के साथ उनकी एक तस्वीर भी वायरल हुई है। मनीषा दयाल दो वर्ष पूर्व एक एनजीओ में कार्यरत्त थी। 2016 में वहां की नौकरी छोड़ने के बाद उसने एक अनुमाया हृयूमन रिसोर्स फांउडेशन बनाया। और बस दो सालों में पटना की नामचीन हस्तियों में शुमार हो गई। इस फाउंडेशन के माध्यम से उसने कई इवेंट का आयोजन भी किया जिसमें दो बार कॉरपोरेट लीग, सॉकर प्रीमियर लीग और सीसीएल 02 शामिल हैं। उसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा, उसकी पहचान और उठना-बैठना पटना के बड़े रसूखदार लोगों, अधिकारियों और राजनेताओं के साथ होने लगे। अखबारों में उसकी पहचान सेलिब्रिटी के रूप में होने लगी थी। इसी सच से अब धीरे-धीरे पर्दा उठ रहा है। दावा किया जा रहा है कि बड़े-बड़े अधिकारियों उनकी पत्नियों और राजनेताओं के साथ उसके संबंधों की वजह से उसने बहुत कम समय पर उसने यह मुकाम हासिल किया था। मनीषा के संपर्क, भाजपा, जदयू, राजद जैसे बड़े दलों के नेताओं के साथ थे। यह सब उनके फेसबुक पोस्ट से भी पता चलता है।
श्याम रजक ने दी सफाई
जदयू नेता और विधायक श्याम रजक के साथ उसकी फोटो वायरल होने के बाद श्याम रजक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने शेल्टर होम के एक कार्यक्रम में बतौर अतिथि शिरकत किया था, ये तस्वीर वहीं की है। उसके बाद हमारी कभी मुलाकात भी नहीं हुई थी। एक राजनेता की हैसियत से मेरी जिम्मेदारियां और अगर ऐसे प्रस्ताव आते हैं तो मैं उसमें शामिल होता हूं।
इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद 2 और लोगों को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। धीरे-धीरे यह मामला पेचीदा होता जा रहा है। मनीषा दयाल के संबंधों की वजह से पुलिस की इस केस पर निगरानी बनी हुई है।