April 28, 2024

हंगामे की वजह से दो दिन में ही विधानसभा स्थगित

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भोपाल – मध्य प्रदेश की 15वीं विधानसभा का मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। कांग्रेस ने आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों, महाकाल महालोक और सतपुड़ा भवन में लगी आग का मुद्दा उठाया। इस पर चर्चा कराने के लिए हंगामा करता रहा। इस बीच ही अनुपूरक बजट पारित हो गया। दूसरे दिन ही विधानसभा के सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा की दो ही बैठकें हुई और करीब चार घंटे भी कामकाज नहीं हो सका है।
मध्यप्रदेश विधानसभा का यह सत्र पांच दिन होना था। बुधवार सुबह प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल में कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने गर्भगृह में एकत्रित होकर आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों पर चर्चा की मांग उठाई। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सभी कांग्रेस विधायकों को अपनी-अपनी सीट पर जाकर बोलने को कहा। इसके बाद भी हंगामा नहीं थमा। नारेबाजी जारी रही। दस मिनट के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो कांग्रेस विधायक इस बार सतपुड़ा भवन में लगी आग और महाकाल महालोक में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। वे इस पर चर्चा कराना चाहते थे। कांग्रेस के आदिवासी विधायकों के साथ अन्य विधायक भी आदिवासियों के खिलाफ हो रहे अत्याचार, महाकाल महालोक में भ्रष्टाचार और सतपुड़ा भवन में लगी आग पर चर्चा की मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने समय तय नहीं किया और इससे नाराज कांग्रेस विधायक गर्भगृह में जाकर बैठ गए। सदन में शोरगुल और हंगामे के बीच वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 26,816 करोड़ 63 लाख 87 हजार रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया।

हुक्का बार प्रतिबंध विधेयक पारित
विधानसभा में हंगामे के बीच ही हुक्का बार और तंबाकू से बने उत्पादों के विज्ञापन पर प्रतिबंध के लिए संशोधित विधेयक और अनुपूरक बजट सहित अन्य विधेयक सदन में पारित हो गए। अनुपूरक बजट और विधेयक सदन में पारित होने के बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित कर दी गई।

कांग्रेस विधायक का अनूठा प्रदर्शन
कांग्रेस के आदिवासी विधायक फुंदेलाल मार्को ने विधानसभा में अनोखा प्रदर्शन किया। सीधी के पेशाब कांड के खिलाफ फुंदेलाल वॉटरप्रूफ टोपी और कंबल ओढ़कर विधानसभा पहुंचे। मार्को ने कहा कि पेशाब कांड से आदिवासी लोग डरे-सहमे हुए हैं। किसान लोग बारिश से बचने के लिए खुमरी लगाया करते हैं। कंबल भी ओढ़ते हैं। भाजपा के लोग ऐसा न हो कि पेशाब कर दें, इसलिए सिर में खुमरी पहनी है। शरीर पर करेगा तो कंबल बचाएगा।

भारत विमर्श भोपाल मध्य प्रदेश

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