एमपी में चुनाव को देखते हुए जंगलों में दस्यु गिरोहों की सुगबुगाहट
1 min readमझगवां – मध्य प्रदेश में आगामी कुछ महीनों के बाद होने वाले विधान सभा चुनाव को देखते हुए चित्रकूट विधान सभा क्षेत्र के जंगली इलाकों से एक बार पुनः दस्यु गिरोहों की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है।मध्य प्रदेश के सतना जिला स्थित चित्रकूट विधान सभा का क्षेत्र सदैव से दस्यु प्रभावित इलाकों में जाना जाता रहा है।लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान लगातार बड़े दस्यु गिरोहों के खात्मे के बाद इस क्षेत्र में शांति का माहौल बन पाया था।लेकिन चुनावों के दौरान अक्सर नए नए दस्यु गिरोहों का उदय होना इस क्षेत्र के लिए आम बात रही है।
यूपी के बांदा और चित्रकूट जिलों से लगती मध्य प्रदेश के सतना जिले की जंगली सीमा का क्षेत्र सदैव से दस्यु प्रभावित रहा है।यूपी और एमपी के इन जिलों में तमाम राजनैतिक दलों के नेता चुनावों में दस्यु गरोहों के सहारे सत्ता की सीढ़ी चढ़कर संसद और विधान सभाओं तक भी पहुंचते रहे हैं।
आम आदमी पार्टी नेता अवध बिहारी मिश्रा बताते हैं कि चित्रकूट विधान सभा क्षेत्र सदैव से दस्यु प्रभावित रहा है।यहां से अक्सर डकैतों के फरमान से नेता चुनाव जीतते रहे हैं। पिछले लगभग तीन साल से क्षेत्र में शांति का माहौल था। लेकिन चुनाओँ को देखते हुए नेताओं के संरक्षण में नए नए दस्यु गिरोहों का उभार भी होता रहा है। बीते समय मे कोई भी नेता यहां लोकप्रियता के दम पर चुनाव नहीं जीता है। केवल दस्यु गिरोहों का सहयोग लेते हुए धनबल,बाहुबल और शराब के बल पर राजनैतिक दलों के नेता चुनाव जीतते रहे हैं।पुलिस द्वारा जंगलों में कांबिंग अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन इस पर कड़ाई से रोक लगाई जानी चाहिए।
एसडीओपी चित्रकूट आशीष जैन द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि यूपी से लगती सीमा क्षेत्र में नए दस्यु गिरोहों की आहट सुनाई देने के चलते बरौंधा और चित्रकूट थाना क्षेत्रों के जंगली इलाकों में पुलिस द्वारा कांबिंग अभियान शुरू किया गया है।जिसके लिए चार टीमें गठित की गई हैं।साथ ही वर्तमान समय में तेंदू पत्ता की तुड़ाई का सीजन भी चल रहा है।इस समय में सदैव देखा गया है कि जंगलों में दस्यु गिरोहों का उभार होता है।ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों से भी पुलिस को जानकारी दिए जाने की अपील की गई है।
भारत विमर्श सतना मध्य प्रदेश