प्रसाशनिक अधिकारियों के बेलगाम कार्यशैली को लेकर आमरण अनशन
1 min readमझगवां – मध्य प्रदेश में प्रसाशनिक अधिकारियों की बेलगाम कार्यशैली लगातार आम जनता की परेशानियों का सबब बनी हुई है।जिसके कारण मजबूर होकर जन समस्याओं के निराकरण हेतु जन प्रतिनिधियों को आमरण अनशन पर बैठना पड़ रहा है।
मामला सतना जिले की मझगंवा जनपद पंचायत कार्यालय मुख्यालय स्थित ग्राम पंचायत मझगंवा का है।जहां ग्राम पंचायत के उप सरपंच और जिला पंचायत सदस्य को अधिकारियों की बेलगाम कार्यशैली के चलते आमरण अनशन पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ गया।गौर तलब है कि ग्राम पंचायत मझगंवा मे व्याप्त पेयजल,नाली निर्माण,नाला सफाई – निर्माण सहित विभिन्न जन समस्याओं को लेकर बीते 30 मई को ग्राम के उप सरपंच सफीक सौदागर राजू के नेतृत्व में ग्राम वासियों सहित पंचों द्वारा मझगंवा एसडीएम जितेंद्र वर्मा को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के निदान की मांग की गई थी।यहां यह बताना उचित होगा कि ग्राम पंचायत मझगंवा मे गर्मियों के समय में पेयजल की भारी किल्लत होती है।और यह समस्या बीते वर्षों में लगातार बढ़ती चली जा रही है।बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत की जन समस्याओं से लगातार आंखे मूंदे रखी गई।जिसके कारण मजबूर होकर ग्राम पंचायत मझगंवा के उप सरपंच सफीक सौदागर राजू द्वारा जनपद पंचायत कार्यालय के गेट पर सोमवार से आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया गया। साथ ही उप सरपंच के समर्थन में जिला पंचायत के वार्ड 24 की सदस्य लक्ष्मी देवी मवासी भी आमरण अनशन पर बैठ गईं।इसके अलावा पूर्व जिला पंचायत सदस्य बद्री पटेल और पूर्व जनपद पंचायत सदस्य राजा भैया साहू द्वारा भी अनशन स्थल पर पहुंच कर अनशनकारियों को समर्थन दिया गया है।
भारत विमर्श सतना म०प्र०