संस्कृत पाठ्यक्रम रोजगार में सहायक: प्रवेश प्रारंभ
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चित्रकूट – महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संस्कृत भाषा के विद्द्वान प्राध्यापक डॉ कमलेश कुमार थापक ने विद्यार्थियों को सलाह दिया है कि संस्कृत विश्व की प्राचीनतम भाषा होने के साथ ज्ञान- विज्ञान और अभियांत्रिकी की प्रतिष्ठित भाषा है।कम्प्यूटर के लिए सर्वाधिक उपयुक्त इस भाषा का अध्ययन नासा में अनिवार्य कर दिया गया है। कर्मकाण्ड, ज्योतिष और संस्कारों की इस भाषा का साहित्य विश्वश्रेष्ठ है। भारतवर्ष में शीघ्र ही यह भाषा सर्वोच्च स्तर पर प्रतिष्ठित होगी। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के संस्कृत विभाग ने एमए संस्कृत के पाठ्यक्रम को इस प्रकार निर्मित किया है कि वह रोजगार की दृष्टि से व्यक्ति को सक्षम बनाए,साथ ही विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और वैश्विक समस्याओं का समाधान करने में समर्थ नागरिक भी। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर युवा बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।एमपी आनलाईन के पोर्टल के माध्यम से इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया जा सकता है। विस्तृत जानकारी के लिए ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आकर प्रत्यक्ष संपर्क करने की सलाह दी गई है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०