प्रयोग- पढ़ाई के साथ साथ कमाई भी ग्रामोदय महोत्सव
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चित्रकूट – एमएस एमइ मंत्रालय के आजीविका उद्यमिता व्यवसाय केंद्र और अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ द्वारा समर्थित परियोजनाओं के प्रशिक्षार्थीयों द्वारा ग्रामोदय महोत्सव के दौरान आहार मेला लगाकर प्रशिक्षण के साथ कमाई का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया गया। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के प्राचार्य इंजीनियर राजेश सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के विभिन्न गांवों से रोजगार परक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। प्रशिक्षण के दौरान तैयार अपने उत्पादों की बिक्री के साथ-साथ दो से तीन व्यक्तियों के अलग अलग समूह बनाकर खाने पीने की सामग्री के कई स्टॉल ग्रामोदय महोत्सव में लगाकर बिक्री भी की, जिससे इन्हें चार से पांच हजार रू प्रति समूह की आमदनी हुई है। इससे प्रशिक्षार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ा है तथा प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अपने रोजगार को करने के लिए वे कृत संकल्पित हैं। आहार मेला में अचार ,जेली जेम,मुरब्बा, बिस्किट के साथ साथ फुल्की,चाय, नाश्ता और भोजन में विभिन्न व्यंजनों का विवि के विद्यार्थियों,शिक्षकों,कर्मचारियों के साथ साथ बाहर से आए अतिथियों ने आनंद लिया तथा प्रशिक्षार्थियों का उत्साहवर्धन किया। आहार मेला में मक्के,ज्वार, बाजरे की रोटी जैसे ग्रामीण व्यंजन तथा सूखे महुए और चना, तिल से तैयार लाटा या मुरका विशेष आकर्षण रहे।
रोशनी, अंजना, संजय, शैलेंद्र, मायावती ,शेर सिंह गुड़िया, संगीता, शिवकुमार मीरा, राम लखन आदि प्रशिक्षणार्थियों ने विभिन्न स्टॉल लगाए। ग्रामोदय महोत्सव के समापन समारोह में इन्हीं प्रशिक्षणार्थीयों के एक समूह ने चंगेरी नृत्य प्रस्तुत कर समा बांध दिया जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा उपस्थित दर्शकवृंद ने की। नृत्य में रोशनी, मायावती ,संजय गुड़िया और संगीता ने भाग लिया। आहार मेले में कौशल केंद्र के प्रशिक्षक गण अश्वनी दुग्गल, मानसी, साक्षी एवं बाबूलाल ने तकनीकी मार्गदर्शन दिया।

जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०