ग्रा.विवि और एमजीएनआरआई हैदराबाद के विशेषज्ञों के मध्य विचार विमर्श
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चित्रकूट – महात्मा गाॅंधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के बोर्ड रूम में आज ग्रामीण प्रबन्धन एवं विकास से संबंधित उच्च शिक्षा की राष्ट्रीय संस्था एम.जी.एन.सी.आर.आई. हैदरावाद के वरिष्ठ सलाहकार डाॅ0 जे.राजेश्वर के साथ विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों की एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कार्यरत शैक्षणिक संस्थाओं के रैंकिंग प्रक्रिया के साथ ही एम.जी.एन.सी.आर.आई. हैदरावाद एवं विश्वविद्यालय के मध्य परस्पर किये जाने वाले कार्यों को लेकर विमर्श किया गया। डाॅं0 नन्दलाल मिश्रा, अधिष्ठाता कला संकाय ने जे. राजेश्वर को शाल श्रीफल देकर स्वागत किया।
बैठक का संचालन प्रोफेसर अमरजीत सिंह, अधिष्ठाता प्रबन्धन संकाय एवं निदेशक सी.एम.सी.एल.डी.पी ने किया। इस दौरान प्रो सिंह ने विश्वविद्यालय के अकादमिक एवं संसाधनगत उपलब्धता की जानकारी प्रदान की। विश्वविद्यालय के द्वारा शिक्षा, अनुसंधान, प्रसार एवं प्रशिक्षण से संबंधित किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया। अगले चरण में विश्वविद्यालय के द्वारा किये जा रहे कार्यों और निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति में अंतर को कम करने के लिये वित्तीय संसाधन, मानवसंसाधन एवं अधोसंरचना से संबंधित चुनौतियों की चर्चा की गई। अगले पाॅंच वर्षों के लक्ष्यों की प्राप्ति तथा उसका रोडमैप भी तैयार किया गया। साथ ही वि.वि. के लिये निर्धारित प्रसार एवं रोजगार सृजन से संबंधित क्षेत्रों की जानकारी एकत्र की गई। जे. राजेश्वर ने एम.जी.एन.सी.आर.आई. हैदरावाद के द्वारा ग्रामीण प्रबन्धन एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सामुदायिक सहभागिता से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं के लाभ को पहुंचाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि यदि महात्मा गाॅंधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय एम.जी.एन.सी.आर.आई. हैदरावाद के साथ मिलकर कार्य करता है तो उसको भविष्य में ग्राम विकास संबंधी गतिविधियों संचालित करने लिये आर्थिक सहयोग प्राप्त हो सकता है। उन्होंने विश्वविद्यालय के संसाधन एवं किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की तथा कहा कि इन कार्यों को केन्द्र सरकार की जानकारी में लाने का कार्य एम.जी.एन.सी.आर.आई. हैदरावाद द्वारा किया जायेगा।
बैठक के पश्चात जे.राजेश्वर ने विश्वविद्यालय के सभी संकायों विशेष रूप से सी.एम.सी.एल.डी.पी. केन्द्र, दीनदयाल कौशल केन्द्र, कला प्रदर्शनी, एवं कृषि प्रक्षेत्र में चल रहे विविध कार्यक्रमों का सघन अवलोकन किया। अवलोकन के पश्चात उन्होंने कहा कि सभी विभाग विभागवार संबंधित परियोजनाओं का निर्माण कर 15 फरवरी से पूर्व हैदरावाद प्रेषित कर दें। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण संस्थाओं की रैंकिंग के लिये आन लाइन डाटा फीड करने के लिये भी प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर डाॅ. डी.पी. राय, डाॅ. आंजनेय पाण्डेय, डाॅ. नीलम चौरे, डाॅ. अजय आर चैरे, डाॅ. सी.पी. गूजर, डाॅ. देवेन्द्र पाडेय, इं. राजेश सिन्हा, ई. अश्वनी दुग्गल, डाॅ. जयशंकर मिश्रा एवं डाॅ. संतोष अरसिया उपस्थित रहे।

जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०