लगभग साढ़े अट्ठारह साल बाद नींद से जागे तब जाकर अवैध खनन, गली गली बिक रही शराब व नो एंट्री की याद आई
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चित्रकूट – रात में चोरी चोरी अवैध खनन करवाने वाली नगर परिषद चित्रकूट की अध्यक्ष साधना पटेल और उसके समर्थकों बचाने के क्रम में नीचे से ऊपर तक के छोटे बड़े भाजपाई वर्तमान समय में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। ताकि नगर परिषद अध्यक्ष और उसके समर्थकों द्वारा कटवाई गई नाक को किसी प्रकार से भी बचाया जा सके।गौर तलब है कि बीते 16 तारीख की रात्रि को नगर परिषद चित्रकूट की अध्यक्ष साधना पटेल और उसके समर्थकों द्वारा ग्राम पथरा स्थित सुरांगी में एक आदिवासी को पट्टे पर आवंटित की गई जमीन पर बिना सक्षम अनुमति के अवैध खनन करवाया जा रहा था।किए जा रहे अवैध खनन को रोकने नायब तहसीलदार चित्रकूट सुमित गुर्जर पुलिस बल को साथ लेकर मौके पर पहुंचे थे।जहां अध्यक्ष और उसके समर्थकों द्वारा लाठी डंडों से लैस होकर पुलिस वालों को भद्दी गालियां दी गई थी, साथ ही हमले का प्रयास किया गया था।और अध्यक्ष साधना पटेल द्वारा अपनी चप्पल उतारकर दलित पुलिस कर्मचारी को मारी गई थी। इसके अलावा अवैध खनन में उपयोग की जा रही जेसीबी मशीन और ट्रेक्टरों को छुड़वाकर अध्यक्ष और उसके समर्थक भाजपाई सत्ता की हनक दिखाते हुए बड़े आराम से चले गए थे। जिसके बाद नायब तहसीलदार चित्रकूट द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर अध्यक्ष और उसके समर्थकों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।तब से लेकर अब तक नीचे से ऊपर तक के भाजपाई लगातार अपनी चप्पल मार नगर परिषद अध्यक्ष को बचाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं।इसी क्रम में बीते शनिवार 21 जनवरी को स्थानीय भाजपाइयों द्वारा अपनी तीन सूत्रीय मांगों जिसमे चित्रकूट में जगह जगह खुलेआम बिक रही अवैध शराब,चित्रकूट की पहाड़ियों में किया जा रहा अवैध खनन और बीते लगभग चार वर्षों से चित्रकूट में लागू नो एंट्री से लोगो को होने वाली परेशानियों को लेकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एसडीएम मझगंवा पी एस त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।अब यहां यह प्रश्न उठते हैं कि प्रदेश में आखिरकार सरकार किसकी है,तो इसका जवाब तो अंधे,गूंगे और बहरे लोगों को भी पता है कि प्रदेश में बीते लगभग साढ़े अट्ठारह वर्षों से भाजपा की सरकार है।बावजूद इसके बाद भी चित्रकूट में गली गली में अवैध शराब बिक्री हो रही है,यहां की पहाड़ियों में अवैध खनन हो रहा है,और नो एंट्री से लोगो को परेशानियां भी हो रही हैं,तब फिर इसका जिम्मेवार कौन है।यहां आप इस बात को निश्चित तौर पर मान लीजिए कि भाजपाई केवल यही आरोप लगाएंगे कि इन सारी समस्याओं का जिम्मेवार वर्तमान चित्रकूट विधायक हैं।आज चित्रकूट में केवल यही समस्याएं नहीं है,इनके अलावा अगर कहां जाए तो चित्रकूट में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है।यहां की सड़के खस्ताहाल हैं,सीवर लाइन वर्षों से पड़ रही है,तुलसी मार्ग पर पुल निर्माण वर्षों से हो रहा है,पवित्र नदी मंदाकिनी वर्षों से साफ हो रही है।लेकिन शायद ही इनमे से कोई भी समस्या कभी किसी भी भाजपाई को नजर आई हो।अब जबकि प्रदेश में विधान सभा के चुनाव नजदीक है।साथ ही चप्पलमार अध्यक्ष का कलंक भी पार्टी के माथे से हटाना है।इसलिए अब जनता को बरगलाने के लिए ज्ञापन धरना प्रदर्शन करने की मजबूरी है।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०