उत्तराखंड में फिर धंसी जमीन
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खटीमा: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने के कारण 561 घरों में दरारें आ गई हैं. जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि घरों में दरारें आने के बाद अब तक कुल 66 परिवार जोशीमठ से पलायन कर चुके हैं.
जोशीमठ नगरपालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पवार ने कहा, “अब सिंहधार और मारवाड़ी में दरारें बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है. सिंहधर जैन मोहल्ले के पास बद्रीनाथ एनएच और मारवाड़ी में वन विभाग की चेक पोस्ट के पास जेपी कंपनी गेट में लगातार दरारें आ रही हैं. यह दरार हर घंटे बढ़ रही है जो चिंताजनक है.”
जोशीमठ सिटी बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि मारवाड़ी के नौ घरों में दरारें आने की सूचना है और साथ ही वार्ड की अधिकांश सार्वजनिक सड़कों में दरारें दिखाई देने लगी हैं. जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि जोशीमठ के मारवाडी वार्ड की जेपी कॉलोनी में भी जमीन से पानी रिसने के मामले सामने आए हैं.
शैलेंद्र पंवार ने कहा, “सुनील वार्ड की सभी मुख्य सड़कों पर भी दरारें बढ़ रही हैं, जिससे लोगों को चलने में काफी परेशानी हो रही है.”
जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पवार ने कहा कि मारवाड़ी वार्ड में जमीन के अंदर से पानी का रिसाव होने से घरों में बड़ी दरारें आ गई हैं. मैं पूरी स्थिति पर चर्चा करने के लिए सीएम धामी से मिलने देहरादून गया था. ऐसी खबरें आई हैं कि मारवाड़ी वार्ड में जमीन के अंदर से पानी के रिसाव के कारण घरों में दरारें आ गई हैं.
इस बीच, उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ कस्बे में भूस्खलन की घटनाओं के बाद लोग अपने घरों से सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं.
शैलेंद्र पवार ने बताया कि इस धंसने से नगर क्षेत्र के 576 घरों के 3000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा, “नगर पालिका द्वारा सभी घरों का सर्वेक्षण किया जा रहा है. कई लोगों ने अपना घर भी छोड़ दिया है.”
कस्बे के अन्य 574 मकानों की तरह ही जोशीमठ नगर क्षेत्र की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष माधवी सती के मकान को भी जमीन धंसने ने पूरी तरह अपने कब्जे में ले लिया है, जिसमें भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं.
भारत विमर्श भोपाल म.प्र.