पूर्व सरपंच, जीआरएस और पीसीओ के खिलाफ एफआईआर
1 min readसतना – जिले के नागौद जनपद पंचायत अंतर्गत रहिकवारा गांव के बहुचर्चित पीएम आवास घोटाला मामले में गांव के पूर्व सरपंच बलवेंद्र प्रताप सिंह, पंचायत समन्वयक अधिकारी राजेश्वर कुजूर के अलावा जीआरएस बृजकिशोर कुशवाहा के खिलाफ नागौद थाना में 420, 409 एवं 34 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीबद्ध कराया गया है। यह एफआईआर खण्ड पंचायत अधिकारी विजयेंद्र प्रताप सिंह ने जिला पंचायत के सीईओ डॉ परीक्षित राव झाड़े की मौजूदगी में कराई गई। गौरतलब है कि रहिकवारा में व्यापक पैमाने पर पीएम आवास घोटाला सामने आया है। 18 अक्टूबर को जनसुनवाई के बीच कलेक्टर अनुराग वर्मा को सौंपे गए शिकायतीपत्र में आरोप लगाया गया है कि गांव में 55 आवासों का करीब 66 लाख रुपए आहरित कर लिया गया जबकि ये आवास बनाए ही नहीं गए। जिन हितग्राहियों के नाम ये राशि निकाली गई अब वो न्याय के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। सीईओ जनपद की जांच के बाद बुधवार को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ झाड़े रहिकवारा गांव पहुंचे और पीड़ित हितग्राहियों से मुलाकात की। सीईओ ने जनपद पंचायत के अन्य अधिकारियों के साथ मौका मुआयना भी किया जहां आवास नहीं पाए गए। इसी आधार पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर का निर्णय लिया गया। पहले दिन 8 आवासों का भौतिक सत्यापन किया गया जो मौके पर नहीं पाए गए। प्रथमदृष्टया 9 लाख 60 हजार रुपए का वित्तीय गबन पाया गया। बाकी आवासों की जांच के लिए सीईओ ने 10 टीमें गठित की हैं। इस तरह अब रहिकवारा गांव में बने सभी 653 पीएम आवासों का निर्माण जांच के दायरे में आ गए हैं।
अहेश लारिया ब्यूरोचीफ भारत विमर्श सतना म०प्र०