उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्रामोदय मेले का किया समापन
1 min readचित्रकूट – भारत रत्न नानाजी देशमुख की 106 वीं जयंती अवसर पर सुरेन्द्र पाल ग्रामोदय विद्यालय खेल प्रागंण, दीनदयाल परिसर चित्रकूट में 9 अक्टूबर से चल रहे चार दिवसीय “ग्रामोदय से राष्ट्रोदय” ग्रामोदय मेला का समापन आज उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किया गया।
विवेकानंद सभागार में आयोजित समापन कार्यक्रम में श्री केशव प्रसाद मौर्य उप मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश शासन, भानु प्रसाद वर्मा मंत्री, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, भारत सरकार, रामकेश निषाद मंत्री जलशक्ति उत्तर प्रदेश शासन, जीतेन्द्र लिटोरिया अध्यक्ष मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, गणेश सिंह संसद सदस्य लोकसभा सतना, आर के सिंह पटेल संसद सदस्य लोकसभा बाँदा,योगेश ताम्रकार महापौर सतना, प्रियांक कानूनगो अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, दीपक खांडेकर अध्यक्ष ट्राइबल सेल मध्य प्रदेश, एस.एन मिश्रा अपर मुख्य सचिव जल संसाधन, परिवहन विभाग मध्य प्रदेश, प्रसांत सिंह एडवोकेट जनरल मध्य प्रदेश, डा. विजेन्द्र प्रताप सिंह कुलपति नरेन्द्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या, प्रो. भरत मिश्र कुलपति महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह कुलपति बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बाँदा, अतुल जैन प्रधान सचिव दीनदयाल शोध संस्थान प्रमुख रूप से मंच पर उपस्थित रहे।
ग्रामोदय मेले के समापन सत्र में बोलते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रभु श्री राम ने चित्रकूट को क्यों चुना और नाना जी ने इस भूमि को कर्मभूमि क्यों बनाया, उस पर कुछ कहना सूरज को दीपक दिखाना होगा। ग्रामोदय शब्द में भारत की सभी जरूरतें समायी हुई है। नाना जी और पंडित दीनदयाल जी की प्रेरणा मात्र से एक अलग प्रकार की ऊर्जा प्राप्त होती है।
ग्रामोदय मेला के संकलन को मैं एक बार जरूर देखूंगा। केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश सरकार तीनों सरकारों की जो त्रिवेणी है या यूं कहें कि यह डबल नहीं ट्रिपल इंजन की जो सरकार है उसके द्वारा जितने विकास कार्य कराए जा रहे हैं उनको गिनाना कठिन है। स्वरोजगार की दिशा में 65 लाख समूह की महिलाएं जुड़कर विभिन्न उत्पाद तैयार कर रही है।
डिप्टी सीएम मौर्य अपने भारत सरकार के कार्यों को गिनाते हुए शुभकामनाएं दी तो वहीं केन्द्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने भी अपने विचार रखते हुये कहा दीनदयाल शोध संस्थान की योजना से नानाजी की कर्मभूमि में यह विशाल मेला भली भाॅति सम्पन्न हो रहा है। इस सब के लिये आप धन्यवाद के पात्र हैं। आजादी के बाद ग्रामीणो के समग्र विकास की बाते तो होती रही एवं सरकारों द्वारा प्रयास भी होते रहे लेकिन समग्र ग्राम विकास के चिंतन को जनता के पहल एवं पुरुषार्थ के आधार पर एकात्म मानव दर्शन के अनुरुप दीनदयाल शोध संस्थान के माध्यम से एक रचनात्मक रुप दिया, महापुरुष ऋषि नानाजी ने।
रामकेश निषाद मंत्री जलशक्ति उत्तर प्रदेश शासन ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री एवं कर्मठ प्रधानमंत्री भी राष्ट्रऋषि नानाजी के बताये मार्ग के आधार पर देश को विकास की एक धारा में जोड़ने के व्यवहारिक प्रयास में सतत् लगे हुये हैं।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०