उन्मुखीकरण कार्यक्रम सम्पन्न
1 min readचित्रकूट – आज महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्व विद्यालय के नवप्रवेशित छात्रों को विश्व विद्यालय कैम्पस में लागू प्रावधानों व नियमों, अध्ययन- अध्यापन की शैली, कर्तव्य, अनुशासन आदि से परिचित कराने के लिए छात्र कल्याण अधिष्ठान के तत्वावधान में छात्र उन्मुखीकरण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कुलगुरु के रूप में अध्यक्षता कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने की। इस अवसर पर कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने अपने मार्गदर्शक उदबोधन में आवाहन किया कि जो वातावरण हमें पढ़ाई से दूर रखें, हमें उससे दूर रहना चाहिए।प्रो मिश्रा ने माँ की गोद पहली पाठशाला बताते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों का दायित्व बनता है कि वे अपने विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ संस्कार भी दे। ग्रामोदय विवि के संस्थापक भारत रत्न राष्ट्रऋषि नाना जी को याद करते हुए प्रो मिश्रा ने बताया कि ग्रामोदय विश्व विद्यालय कस प्रयास रहता है कि यहाँ से पढ़ाई करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी का सर्वागीण विकास हो।यहाँ अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को केवल पुस्तकीय ज्ञान ही मिले अपितु उसके जीवन में आने वाली प्रत्येक कठिनाई का वह समाधान भी खोज सके।उन्होंने ग्रामोदय के वैशिष्ट्य को बताते हुए जीवनादर्श, ग्राम प्रवास, प्रार्थना सभा, सामूहिक मिलन आदि गतिविधियों में सहभागिता के लाभ बताए। प्रो मिश्रा ने अपने उदबोधन के मध्य प्रत्येक गतिविधि से जुड़े शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी का परिचय बड़ी गरिमा और उनकी उपयोगिता के कराया, जिसकी प्रशंसा नवप्रवेशित विद्यार्थियों ने मुक्त कंठ से कर रहे हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने विवेकानंद सभागार में स्थापित विद्या दायिनी माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। पूर्व से अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों ने कुलगीत प्रस्तुत किया। तत्पश्चात अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो शशि कांत त्रिपाठी ने कार्यक्रम के औचित्य व उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस विश्वविद्यालय में छात्रावास, पुस्तकालय, खेल मैदान, कौशल शिक्षा आदि केंद्रीय व्यवस्था उपलब्ध है।उपकुलसचिव अकादमी डॉ कुसुम सिंह ने संचालित पाठ्यक्रमों व अवधि की जानकारी देते हुए बताया कि यहाँ अध्ययन करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी की उपस्थिति 80 प्रतिशत अनिवार्य है।उपकुलसचिव परीक्षा डॉ ललित कुमार सिंह ने परीक्षा व्यवस्था व परीक्षा नियमो की जानकारी दी।चीफ प्रॉक्टर डॉ विजय सिंह परिहार ने अनुशासन नियम बताए।प्रो आई पी त्रिपाठी अधिष्ठाता विज्ञान ने विश्व विद्यालय के स्थापना उद्देश्य की जानकारी देते हुए संस्थापक कुलाधिपति भारतरत्न राष्ट्रऋषि नाना जी के व्यक्तित्व से परिचित कराया। सेंट्रल लाइब्रेरी इंचार्ज प्रो रघुबंश प्रसाद बाजपेयी ने पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकें व डिज़िटल बुक्स की जानकारी दी। कुलसचिव डॉ अजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संचालन डॉ कुसुम कुमारी सिंह ने किया।प्रो रमेश चंद्र त्रिपाठी, प्रो एस के चतुर्वेदी, डॉ आंजनेय पांडेय, प्रो नंदलाल मिश्रा, प्रो डीपी राय, प्रो अमरजीत सिंह आदि मंचासीन रहे। इस दौरान कला, प्रबंधन, विज्ञान, अभियांत्रिकी व कृषि संकाय के नवप्रवेशी व पूर्व से अध्ययन कर रहे छात्र छात्राओं सहित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०