पन्ना कलेक्टर बने सफाईकर्मी
1 min readपन्ना- भले ही मध्यप्रदेश की सरकार के द्वारा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त एवं आधुनिक करने के लिए पानी की तहर पैसा बहाया जा रहा है। लेकिन जब कलेक्टर को खुद स्कूल की टेबलों की साफ सफाई करनी पड़ जाए तो 50 हजार की तनख्वाह पाने वाले शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होना लाजिमी है।मामला पन्ना जिले के बड़खेड़ा प्राथमिक शासकीय स्कूल का है। जहाँ आज कलेक्टर स्कूल का निरीक्षण करने पहुँचे लेकिन जब उन्हें स्कूल की टेबिल पर गंदगी फैली मिली तो उन्होंने खुद साफसफाई करना सुरु कर दिया। पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा पवई क्षेत्र भ्रमण पर निकेले।उन्होंने ग्राम बड़खेड़ा के शासकीय स्कूल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्कूल में मध्यान भोजन का समय था।बच्चे एमडीएम में मिलने वाले भोजन करने के लिए बैठे थे।लेकिन जब कलेक्टर को डाइनिंग टेबलों पर गंदगी दिखी तो वह टेबलों की गंदगी को साफ करने लगे। हालांकि कलेक्टर के द्वारा स्कूल की व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश भी दिए।
संदीप विश्वकर्मा ब्यूरोचीफ भारत विमर्श पन्ना म०प्र०