पहली बार पन्ना टाइगर रिजर्व में हुआ बृहद रूप से पक्षी सर्वेक्षण का कार्य।
1 min readपन्ना- टाईगर और गिद्धों के रहवास के लिए देश भर में प्रसिद्ध पन्ना टाईगर रिजर्व और उसके अंतर्गत आने वाले बफर जोन में पक्षी सर्वे किया गया। तीन दिन तक चले इस सर्वे को 22 राज्यों के 60 पक्षी विशेषज्ञों ने पूरा किया। वैसे तो टाईगर रिजर्व और बफर जोन में टाईगर और गिद्धों के अलावा तेंदुआ, चीतल, बारहसिंगा सहित कई प्रजातियों के वन्य जीव समूह पाए जाते हैं, लेकिन टाईगर और गिद्धों की वजह से इसकी खास पहचान है।
फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि पन्ना टाइगर रिजर्व की सभी 12 रेंज में एक साथ सर्वे कार्य किया, इसमें उन्होंने रात में सक्रिय रहने वाले पक्षियों की पहचान की साथ ही विशेषज्ञों ने पक्षियों की आवाजों से उनकी पहचान की इस सर्वे में उनके द्वारा आधुनिक तकनीक से लैस उपकरण भी उपयोग में लाए गए। सर्वे कार्य के लिए पांच-पांच लोगों की 12 टीम बनाई गई थी, जिसमें एक टीम में दो पक्षी विशेषज्ञों के अलावा एक लोकल गाइड, जिस्पी चालक और गार्ड को शामिल किया गया था।
पक्षी सर्वे समाप्त होने के बाद सर्वे में संग्रहित किए डाटा को एकत्र किया गया, जिसका अब विश्लेषण किया जाएगा। इसमें जो पक्षी एक से अधिक बार आ रहे होंगे वे अपने आप अलग हो जाएंगे। साथ ही विश्लेषित डाटा के आधार पर ही पक्षियों के समुचित रखरखाव के लिए पार्क प्रबंधन आगामी योजना बनाएगा। फील्ड डायरेक्टर की माने तो अभी किस-किस प्रजाति के पक्षी हैं इसकी जानकारी नहीं है। डाटा आने के बाद सटीक जानकारी प्राप्त होगी। लेकिन प्रबंधन को सर्वे का अच्छा रिजल्ट आने की उम्मीद है।
संदीप विश्वकर्मा ब्यूरोचीफ भारत विमर्श पन्ना म०प्र०