क्या सद्गुरु भगवान कामता नाथ जी से है बढ़ कर?
1 min readचित्रकूट- नगर परिषद क्षेत्र के रघुवीर मंदिर के सामने कामतानाथ तुलसी मार्ग में राजस्व की जमीन पर सद्गुरु के द्वारा गेट का निर्माण किया गया, जबकि इस गेट के निर्माण कार्य में राजस्व से कोई लिखित आदेश नहीं लिया गया। आखिर बिना आदेश के यह गेट का निर्माण कैसे किया गया? और साथ ही गेट का निर्माण कार्य पूरा होते ही उस गेट में श्री सद्गुरु शिक्षा समिति व श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट जानकीकुंड का नाम अंकित कर दिया गया। जबकि मझगवां एसडीएम प्रबल शंकर त्रिपाठी के द्वारा नाम परिवर्तित को लेकर लगातार आश्वासन देने और नगर परिषद के नोटिस देने के बाद भी उस गेट में स्वामी श्री रामानन्दाचार्य द्वारा नाम लिख दिया गया, लेकिन कामता नाथ मुखार बिंद मार्ग का कोई जिक्र ही नहीं किया गया। जबकि इस गेट के नाम को लेकर सतना कलेक्टर को भी अवगत कराया जा चुका है। आखिर सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट को भगवान कामतानाथ से ऐतराज क्यों हैं या फिर सदगुरु भगवान कामतानाथ जी से बढ़कर है जिससे कामतानाथ मुखार बिंद मार्ग अंकित नहीं किया जा रहा है। सार्वजनिक मार्ग में सद्गुरु अपना नाम क्यों अंकित कर रहा है?
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट म०प्र०