राफेल डील का ये है सच,अब कांग्रेस कटघरे में !
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नई दिल्ली: राफेल सौदे को लेकर विपक्ष ने सरकार पर कई तरह के आरोप लगाये हैं खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार से इससे जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने पर जोर दिया है। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी ने पूरी डील में भ्रष्टाचार करने कि भी बात कही है।
अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि दो तरफ़ा युद्ध के ख़तरे के बीच वायुसेना को 42 स्क्वाड्रन की ज़रूरत है. जबकि अभी सिर्फ 33 स्क्वाड्रन्स ही मौजूद हैं. वायुसेना की एक फाइटर स्क्वैड्रन में अमूमन 18 से 20 विमान होते हैं. दो मोर्चों पर मज़बूत रहने के लिए वायुसेना को 42 स्क्वैड्रन्स की दरकार है, पुराने लड़ाकू विमानों के रिटायर होने के कारण 2027 तक विमानों की संख्या और घटेगी. इसलिए फ्रांस से 59000 करोड़ रुपये में 36 राफेल फाइटर लड़ाकू विमानों का सौदा किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नियमों के कारण सरकार प्राइस से जुड़े सारे डीटेल्स सार्वजनिक नहीं कर सकती है। लेकिन, सूत्रों के कथन अनुसार मोदी सरकार ने कांग्रेस की तुलना में सस्ती डील की है । तो अगर सूत्रों की माने तो कांग्रेस के सवाल ही पहली नजर में गलत साबित हो रहे हैं ।