चित्रकूट मे शासन द्वारा हटाये जा रहे अतिक्रमण का विरोध
1 min readचित्रकूट। चित्रकूट मे मंदाकिनी किनारे भारत घाट में मंदिर में हो रहे नव निर्माण मंदिर के चबूतरे की सीढ़ियों को रोकने और नया निर्माण गिराने को लेकर देर रात तक भारी गहमागहमी का माहौल रहा। स्थानीय लोगो का कहना है की यह मंदिर लगभग 100 साल पुराना है जिसमे लोगो की आस्था के जुड़ी है। शासन एवं प्रशासन के द्वारा मंदिर के चबूतरे को तोड़ा गया। जिसमे एसडीएम, नायब तहसीलदार और सीएमओ की मौजूदगी में नया निर्माण हटाया गया था जिसको लेकर के देर रात तक काफी लोग हंगामा करते रहे। वहां के रहने वाले लोगो की आस्था जुड़ी होने के कारण लगभग 2 दर्जन लोगो विरोध किया। वही मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी आरबी त्रिपाठी ने लोगों को समझा-बुझाकर घर भेजा है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश क्षेत्र का इकलौता घाट भरतघाट है जहां पर अमावस्या व त्योहारो मे सर्वाधिक भीड़ रहती है। लेकिन प्रशासन का कहना है की जिस तरह से वहां पर मंदिर के नाम पर लगातार अतिक्रमण बढ़ाया जा रहा है पहले चबूतरा बड़ा किया गया था और अब सीढ़िया बढ़ा दी गई थी, श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं को देखते हुए सीढ़ियां तुड़वाई गई है, हालांकि लोगों को कह दिया गया है कि शिवरात्रि का पर्व अच्छे से मनाये अस्थाई व्यवस्था करके लेकिन किसी भी हालत पर भरत घाट के आसपास अतिक्रमण स्थाई निर्माण नहीं करने दिया जाएगा, इसके पहले भी भरत घाट में कई जगह अतिक्रमण किया गया था जिसको विगत वर्ष दिवाली मेले से पूर्व हटाया गया था। स्थानीय लोगो द्वारा इस घटना की पूरी जानकारी स्थानीय विधायक को दी गई।
जावेद मोहम्मद(विशेष संवाददाता), भारत विमर्श चित्रकूट मप्र.