ड्रग इंस्पेक्टर से तंग आये धर्मनगरी के दवा व्यापारी
1 min readचित्रकूट। नमन मेडिकल स्टोर की प्रोपराइटर दीपिका गुप्ता का आरोप- ड्रग इंस्पेक्टर मनोज सिंह द्वारा रिश्वत में मांगे थे 50हज़ार रूपये, न दे पाने के एवज में 1.75 लाख की दवाइयां सैम्पल में भरकर की कार्यवाही। प्रोपराइटर ने कहा जब दुकान का लाइसेंस गलत था नक़्शा नहीं था तो दुकान सील क्यों नहीं की गई, सैम्पल भरकर कौन सी कार्यवाही की गई। मेडिकल एजेंसी की प्रोपराइटर और मेडिकल एसोसिएशन ने ड्रग इंस्पेक्टर से आजिज़ आकर डीएम से की शिकायत। वहीं मीडिया के कैमरे पर बिफर बिफर कर रोते हुये प्रोपराइटर दीपिका गुप्ता ने कहा कि नहीं मिला न्याय तो मुख्यमंत्री के दर पर बच्चो सहित कर लुंगी आत्मदाह।
प्रोपराइटर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यह शोषण का सिलसिला इनका आज का नहीं है बल्कि ये काफी समय से हम दवा व्यापारियों को लूटने का काम कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज में इनके हाथो में बैग ले जाते हुए तस्वीर साफ देखी जा रही है। ड्रग इंस्पेक्टर मनोज सिंह द्वारा इनका आर्थिक और मानसिक शोषण शुरुवाती दौर से किया जा रहा। जिसको लेकर हम और हमारा परिवार पूरी तरह तंग आ चुका है। फ़िलहाल अधिकारी और व्यापारी के विवादों के बीच ड्रग इंस्पेक्टर के कारनामों से धीरे धीरे पर्दा उठता जा रहा है।
सुभाष पटेल(ब्यूरो चीफ), भारत विमर्श चित्रकूट उप्र.