पूर्वांचल यूनिवर्सिटी ने 23 को होने वाली परीक्षा निरस्त की
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जौनपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्नातक व परास्नातक प्रथम वर्ष की कक्षाओं में 23 नवम्बर से होने वाली परीक्षाएं निरस्त कर दी गयी। इससे कालेज प्रबंधन और छात्रों को राहत मिली है। विश्वविद्यालय परीक्षा समिति ने विरोध के बाद भी परीक्षा कराने का निर्णय किया था। प्रमुख सचिव समाज कल्याण 26 अक्टूबर 20 के आलोक में विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा समिति की बैठक 7 नवम्बर को करायी गयी थी। जिसमें परीक्षा समिति में स्नातक प्रथम वर्ष की प्रथम प्रश्न पत्र एंव स्नातकोत्तर स्तर पर प्रथम एंव द्धितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा कराये जाने का निर्णय लिया था। लेकिन निदेशालय समाज कल्याण के पत्र छह नवंबर द्वारा छात्रवृत्ति के लिये आनलाइन आवेदन करने वाले विकल्प में आवश्यक व्यवस्था प्रमोट विद मार्कस, प्रमोट विद आउट मार्क्स कर दिये जाने की व्यवस्था दी। बुधवार को इसके आलोक में कुलपति के आदेश पर 23 नवम्बर निर्धारित परीक्षा का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। विश्वविद्यालय द्वारा सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं केन्द्राध्यक्षों को पत्र भेजा गया।उल्लेख्य है कि विश्वविद्यालय में वर्ष 2020 की परीक्षा में लगभग 4 लाख 70 हजार अभ्यर्थी थे। लाक डाउन के चलते स्नातक प्रथम, स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्रों की तमाम परीक्षाएं अधूरी रह गयीं। विश्वविद्यालय के निर्देश पर तमाम कालेजों ने ऐसे छात्रों का द्वितीय वर्ष में प्रवेश भी ले लिया है। लेकिन छात्रों की छात्रवृत्ति अंक के अभाव में छात्रवृत्ति प्रभावित हो गयी है। जिससे एक लाख 14 हजार छात्र छात्रवृत्ति से प्रभावित हो रहे थे।
विश्वविद्यालय परीक्षा समिति ने छात्रों के हित को देखते हुए परीक्षा कराने का निर्णय लिया था लेकिन निदेशालय समाज कल्याण उत्तर प्रदेश की ओर से प्रमोट की व्यवस्था दी। इसके बाद परीक्षा निरस्त कर दिया गया है।
बीएन सिंह, परीक्षा नियंत्रक, पूर्वांचल विश्वविद्यालय
पीयू परीक्षा समिति के निर्णय से सबसे अधिक स्ववित्तपोषित कालेज व छात्र प्रभावित हो रहे थे। कालेज प्रबंधन इसका लगातार विरोध कर रहा था। विश्वविद्यालय प्रशासन के परीक्षा निरस्त किये जाने का निर्णय स्वागतयोग्य है।
डा. दिनेश तिवारी, अध्यक्ष, स्ववित्त पोषित प्रबंध समिति
संदीप कुमार ,भारत विमर्श जौनपुर