कार्तिक मास में अपनाएंगे ये नियम तो प्रसन्न होगें लक्ष्मी नारायण
1 min readहिन्दू धर्म में सबसे पवित्र माना जाने वाला कार्तिक माह शुरु होने वाला है। इस बार ये महीना 1 नवंबर से 30 नवंबर तक है। यह चातुर्मास का आखिरी महीना है, इसी माह से देव तत्व मजबूत होता है। इस महीने में धन और धर्म दोनों से संबंधित प्रयोग किए जाते हैं, इसी महीने में तुलसी का रोपण और विवाह सर्वोत्तम होता है। इस महीने में दीपदान और दान करने से अक्षय शुभ फल की प्राप्ति होती है।
धन से संबंध –
कार्तिक मास श्री हरि का अत्यंत प्रिय है अतः मां लक्ष्मी को भी अत्यंत प्रिय है। इसी महीने भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि में आनंद और कृपा की वर्षा होती है। इस महीने में मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करती हैं और भक्तों को अपार धन देती हैं। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए ही इस महीने धन त्रयोदशी, दीपावली और गोपाष्टमी मनाई जाती है। इस महीने विशेष पूजा और प्रयोग करके आप आने वाले समय के लिए अपार धन पा सकते हैं और कर्ज व घाटे से मुक्त हो सकते हैं।
मां लक्ष्मी की कृपा कैसे मिलेगी? –
वैसे तो कार्तिक मास में मां लक्ष्मी की कृपा के लिए दीपावली जैसा बड़ा पर्व मनाया जाता है। फिर भी कार्तिक मास में हर दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के उपाय किये जाने चाहिए। कार्तिक मास में रोज रात्रि को भगवानं विष्णु और लक्ष्मी जी की संयुक्त पूजा करें। गुलाबी या चमकदार वस्त्र धारण करके उपासना करें।
खान-पान और जीवनचर्या –
इस महीने से स्निग्ध चीजें और मेवे खाने की सलाह दी जाती है। जिन चीजों का स्वभाव गर्म हो और लम्बे समय तक उर्जा बनाए रखें, ऐसी चीजों को खाना चाहिए। इस महीने में दाल (दलहन) खाने की मनाही की गई है। सूर्य की किरणों का स्नान भी इस महीने से उत्तम माना जाता है। इस महीने में दोपहर में सोने की भी मनाही की गई है।