14 दिन बाद गला हुआ मिला कोरोना मरीज का शव
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A health worker wearing protective gear sits on an ambulance next to the dead body of a victim who died from the COVID-19 coronavirus before the burial at a graveyard in New Delhi on May 13, 2020. (Photo by SAJJAD HUSSAIN / AFP)

कोरोना की मार झेल रही मुबंई नगरी से एक बेहद बुरी खबर आई है। यहां के टीबी अस्पताल की टॉयलेट से एक युवक का शव मिला है ये शव 14 दिन पुराना है और पुरी तरह से गल चुका है। इतने दिन के शव पर अस्पताल प्रशासन का ध्यान ना जाना आश्चर्य की बात है वहीं ये शव अस्पताल प्रशासन पर सवाल भी खड़े कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक इस टीबी अस्पताल से 14 दिन पहले 27 साल का युवक अचानक गायब हो गया उसे कोरोना संक्रमण के साथ-साथ टीबी की बिमारी थी। अब 14 दिनों बाद उसी अस्पताल की टॉयलेट से उसका शव मिला है। हालांकि शव मिलने की घटना के बाद बीएमसी ने सख्ती दिखाई है, बीएमसी की ओर से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही अस्पताल के करीब 40 कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है। ये सभी वो लोग हैं, जो उस वार्ड में ड्यूटी करते थे, जहां से शव मिला है. ऐसे में उन दावों की भी पोल खुल रही है, जिनमें कहा जाता है कि अस्पताल के टॉयलेट को कोरोना काल में नियमित रूप से साफ किया जा रहा है।
यह भी बात सामने आई है कि युवक का शव इतनी बुरी तरह से सड़-गल गया था कि उसकी जांच से यह भी पता लगाना पाना मुश्किल हो रहा था कि वो पुरुष का शव है या महिला का शव है। बताया गया कि टॉयलेट में मिला शव 27 साल के सूर्यभान यादव का है। वह उस वार्ड से 4 अक्टूबर से लापता था, सुप्रिटेंडेंट डॉ. ललित कुमार आनंदे के अनुसार उसकी लापता की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी, लेकिन यह सामान्य बात है कि टीबी के मरीज अस्पताल के बाहर चले जाते हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि 18 अक्टूबर तक किसी भी मरीज या कर्मचारी को बदबू नहीं आई, लेकिन जब एक वार्ड बॉय को एहसास हुआ कि तीन बंद टॉयलेट क्यूबिक में से एक बंद है और उससे बदबू आ रही है, तो उसने दीवार पर चढ़कर देखा तो उसे सड़ा गला शव पड़ा दिखा। अस्पताल ने तब पुलिस को सूचित किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए केईएम अस्पताल भेज दिया।