लोकतंत्र के महापर्व में मतों की आहुति से करें योगदान
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Indian women shows their voter identity cards as they stands in queue to cast their vote during first phase of Gujarat state assembly election in Rajkot, India, Saturday, Dec. 9, 2017. Results of the elections will be declared on Dec. 18. (AP Photo/Ajit Solanki)
-मो. कायम अहमद
आज लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया चल रही है। आज 12 राज्यों की 95 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इसमें बिहार की 5 सीटों पर भी मतदान हो रहा है। शाम तक मतदान का प्रतिशत बढ़ने के सुनिश्चित आसार हैं। अभी पिछले दो दिनों से मौसम की नरमाई ने मतदाता के अंदर मतदान के प्रति सकारात्मक हवा तैयार की है। लोगों का मतदान केंद्र पर एकजुटता के साथ उपस्थित होना इसका उदाहरण है। 11 अप्रैल को प्रथम चरण के 91 सीटों पर मतदान हुए थे, एवं सभी राज्यों में मतदान का प्रतिशत 65 प्रतिशत से ऊपर रहा था। इस कड़ी में आज भी यह आंकड़ा छूने की संभावना जताई जा रही है। राजनीतिक पंडितों के अनुसार भी मौसम का समर्थन मतदाताओं में जोश भरने का काम करेगा। भारतीय लोकतंत्र के अटल और विजय होने के लिए मतदान को 70 प्रतिशत से अधिक आंकड़े तक पहुंचना आवश्यक है।
2019 के लोकसभा चुनाव की एक खासियत यह है कि भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार 2.6 करोड़ नए युवा वोटर इस बार अपने मतों का प्रयोग करेंगे। 2014 लोकसभा चुनावों में युवा मतदाताओं ने भाजपा सरकार के पक्ष में अपने 38 प्रतिशत मतों का प्रयोग कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत में अहम भूमिका निभाया था। वहीं कांग्रेस के खाते में केवल 17 प्रतिशत युवाओं के मत गए थे। इसके विपरित इस बार की स्थितियों पर दृष्टिगोचर करने से पता चलता है युवाओं में विभिन्न कारणों से मोदी सरकार के प्रति निराशा आई है, संभवतः इस बार के मतदान में इसका असर साफ दिखाई पड़ सकता है। 2014 लोकसभा चुनावों में भाजपा को किसान और जवान ने भी वोट दिया था। इस बार के चुनावों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ’न्याय‘ के वादे ने किसानों का कुछ रूख अपनी ओर किया है। हालांकि यह देखना होगा कि किसान क्या एक बार फिर भाजपा पर भरोसा जताती है, या नए विकल्पों पर ध्यान देते है।
लोकतंत्र के इस महापर्व में किसान, जवान और युवा के अतिरिक्त महिलाओं, व्यस्कों और बुजुर्गों के मतदान की आहुति की आवश्यकता होती है। इस बार भी इन सभी मतदाताओं पर देश की निगाहें लगी है। आपका चुनाव कुछ भी हो लेकिन मतदान का प्रतिशत एक ऊंचे दर्जे को प्राप्त करे। यही भारतीय लोकतंत्र की विजय होगी। हम विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश है। हमारा उदारहरण इस संपूर्ण विश्व को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ेगा और वसुधैव कुटुंबकम का अवधारणा को बल मिलेगा।