आदिवासी संगठन का 4 घंटे चला अराजक प्रदर्शन, सतना-चित्रकूट स्टेट हाईवे किया जाम, एसडीएम को जमीन में बैठा कर सुनाई समस्याएं
चित्रकूट – आदिवासी संगठन जयस ने बुधवार को मझगवां तहसील में प्रदर्शन कर अपनी विभिन्न मांगों का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। शांति रूप से ज्ञापन सौंपने की परमिशन के बावजूद जयस के बैनर तले लगभग 450 आदिवासियों ने 4 घंटे अराजक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल रही। चितहरा मोड़ से मझगवां तहसील कार्यालय तक निकाली गई रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर यातायात पूरी तरह ठप्प कर दिया। जयस के मैहर जिलाध्यक्ष रवि कोल के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने तहसील कार्यालय के बाहर सड़क पर ट्रैक्टर खड़े कर जाम लगा दिया गया। प्रदर्शनकारियों को भड़काने का एक वीडियो भी सामने आया है। दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चले प्रदर्शन के बाद सभी तहसील कार्यालय के सामने जमीन पर बैठ गए।

एसडीएम महिपाल सिंह गुर्जर जब प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने पहुंचे तो प्रदर्शकारी जिद्द करने लगे कि जो भी बात होगी जमीन पर ही बैठ कर होगी। इसके बाद एसडीएम, तहसीलदार, आरआई, पटवारी ने जमीन पर बैठ कर उनकी समस्याएं सुनी, प्रदर्शनकारी आदिवासियों की मांग थी कि वे वर्षों से वन भूमि में काबिज है और खेती कर परिवार का पालन पोषण कर रहे है। ऐसे में प्लांटेशन के नाम पर उन्हें वन भूमि से बेदखल नहीं किया जाए। जयस संगठन का आरोप है कि पिछले कुछ महीनों में वन विभाग द्वारा मझगवां , बरौंधा, सरभंगा, सिंहपुर, बिरसिंहपुर समेत कई वन रेंज से सैकड़ों आदिवासियों को।बेदखल करने की कार्यवाही की गई है। जयस ने मांग की है कि तत्काल यह सब बंद किया जाए।

जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश
