रास्ता न होने की वजह से परिजनों ने गर्भवती को डोली में लादकर पहुंचाया अस्पताल
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चित्रकूट – नगर परिषद चित्रकूट के वार्ड नंबर 15, थर पहाड़ में सड़क की कमी के कारण गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को कपड़े की डोली बनाकर कंधे पर लादकर ले जाना पड़ता है। शनिवार को 22 वर्षीय शोभा मवासी पति अंजू मवासी को प्रसव पीड़ा होने पर पोटली में रखकर कंधे में लादकर चित्रकूट अस्पताल पहुंचाया गया। एम्बुलेंस पहुंच नहीं सकी, क्योंकि पहाड़ी इलाके में रास्ता ही नहीं है, और जो था वो बरसात में खराब हो गया, सड़क न होने की वजह से गर्भवती महिला को 1 किलोमीटर का सफर डोली से तय करना पड़ता है। यह कोई पहली घटना नहीं है, इस क्षेत्र से पहले भी ऐसी मन को झकझोरने वाली तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। थर पहाड़ में सड़क निर्माण का काम लगभग एक दशक पहले शुरू हुआ था, लेकिन फंड की कमी से आज तक पूरा नहीं हुआ। मुख्य मार्ग से तीन किलोमीटर दूर पहाड पर बसे इस गांव में इंद्रा कॉलोनी तक सड़क है, लेकिन 1 किलोमीटर का हिस्सा मिट्टी-मुरम और पथरीला ऊबड़ खाबड़ है, जहां दोपहिया वाहन भी मुश्किल से पहुंच पाते हैं। एक हजार से अधिक की आबादी वाले नगर परिषद के इस वार्ड की दयनीय स्थिति है। पहले इस थर पहाड़ में डकैतों का आतंक था, और अब प्रशासन की उपेक्षा का दंश झेलना पड़ रहा है। सड़क न होने से आपात स्थिति में मरीजों, खासकर गर्भवती महिलाओं, को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। और इस समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो सका।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश
