विश्वविद्यालय प्रशासन की अनदेखी की वजह से कर्मचारियों ने लिया इस वर्ष होली ना मानने का निर्णय
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चित्रकूट – महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कर्मचारी 4 फरवरी 2025 से अपनी प्रमुख मांगों पेंशन, भविष्य निधि के नियमानुसार रखरखाव एवं नियमित वेतन को लेकर आंदोलनरत हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की बेरुखी के चलते कर्मचारी 20 फरवरी से क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं, जिसका आज 18वां दिन है।
वर्ष भर के रंगों का त्योहार होली के नजदीक होने के बावजूद, कर्मचारियों ने होली न मनाने का निर्णय लिया है, क्योंकि वेतन न मिलने और अपनी जायज मांगों की अनदेखी के कारण उनका परिवार आर्थिक और मानसिक तनाव से गुजर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के सम्मान में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है तो वहीं विश्वविद्यालय की महिला कर्मचारियों ने प्रशासन की उपेक्षा के विरोध में क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है। महिला कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगी।
कर्मचारियों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।
प्रमुख मांगे
1. पेंशन को नियमानुसार लागू किया जाए। भविष्य निधि का नियमानुसार पारदर्शी रखरखाव किया जाए। सभी कर्मचारियों को *समय पर वेतन दिया जाए।
ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन, राज्य सरकार और संबंधित उच्च अधिकारियों से अपील की है कि वे उनकी न्यायोचित मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें, ताकि कर्मचारियों को अपने अधिकारों के लिए सड़क पर बैठने को मजबूर न होना पड़े।
होली के दिन अनशन स्थल पर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी अपने साथियो के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन “रघुपति राघव राजा राम नाम का जाप करेंगे” जिसमे कर्मचारी बंधु सपरिवार सम्मिलित होगें।
जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश