तीन सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले एक माह से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं कर्मचारी
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चित्रकूट- महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कर्मचारी वेतन, पेंशन और पीएफ की अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर बीती 4 फरवरी से धरना प्रदर्शन करने के बाद क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।बावजूद इसके विश्वविद्यालय प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।पूरे मामले पर विश्वविद्यालय संयुक्त कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गुरु प्रसाद शुक्ला द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि 2005 के बाद से यहां किसी भी कर्मचारी को पेंशन नहीं मिल पा रही है,इसके अलावा कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे पर भी घोटाला किया गया है।भविष्य निधि का पैसा कर्मचारियों के वेतन से काट कर कहां रखा जा रहा है,इसकी कर्मचारियों को कोई भी जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नहीं दी जा रही है।साथ ही किसी भी कर्मचारी को नियमित वेतन नहीं दिया जा रहा है।उक्त तीनों मांगों के निराकरण को लेकर बीते समय में कई बार कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन से चर्चा की गई,लेकिन आज तक विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मांगों के निराकरण के संबंध में कोई कार्यवही नहीं की गई।जिससे मजबूर होकर कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है।वही कर्मचारी शिवकुमार द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर सीढ़ी दर सीढ़ी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा गया कि यहां किताबें नहीं छपती हैं,लेकिन उनका बिल बाउचर पास हो जाता है।विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर कर्मचारियों के खिलाफ षडयंत्र रचने और धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिवकुमार ने कहा कि रजिस्ट्रार यहां कभी रहती नहीं हैं।और जब रजिस्ट्रार की आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी जाती है तो वो,दी नहीं जाती है।कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन किए जाने के संबंध में जब विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार नीरजा नामदेव से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई,तब उनके द्वारा अपने पीए से यह कहलवाया गया कि वो किसी दूसरे काम में व्यस्त हैं।


जावेद मोहम्मद विशेष संवाददाता भारत विमर्श चित्रकूट मध्य प्रदेश